Nagpur News: लापरवाही की हद हुई, प्रशिक्षण नहीं, सिर्फ स्टंटबाजी के लिए पकड़ रहे हैं सांप

लापरवाही की हद हुई, प्रशिक्षण नहीं, सिर्फ स्टंटबाजी के लिए पकड़ रहे हैं सांप
  • कोबरा, करैत जैसे विषैले सांप के दंश का हो रहे शिकार
  • वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा

Nagpur News सांप पकड़ने का हुनर कम लोगों के पास होता है। वे पूरी तरह प्रशिक्षित होत हैं, लेकिन इन दिनों शहर में 75% ऐसे सर्पमित्र घूम रहे हैं, जो केवल गुरु के आशीर्वाद के बदौलत ही सांप पकड़ रहे हैं। इन्हें न तो सांपों को लेकर कोई ज्ञान है और न ही इन्हें पकड़ने का कोई प्रशिक्षण। बावजूद यह सांप पकड़ते है और उनके साथ स्टंट करते हैं। स्टंटबाजी के चक्कर में कई बार उनकी जान पर बन आती है। आए दिन सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो देखने मिल रहे हैं। बावजूद वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।

गुरु नहीं, शिष्य ही करते हैं रेस्क्यू : शहर में सर्पमित्रों की बात करें, तो लंबे समय से सांप पकड़ने में माहिर चुनिंदा लोगों का नाम सामने आता है। इन्हें सांप पकड़ना भी आता है, साथ ही इन्होंने इसका प्रशिक्षण भी लिया है, लेकिन हकीकत यह है कि, यह कम ही सांप पकड़ने के लिए निकलते हैं, क्योंकि इन्होंने अपने हाथों के नीचे शिष्य रखे हैं, जो अधूरे ज्ञान के बदौलत सांप पकड़ने की कोशिश करते हैं। इससे कई बार हादसे का शिकार भी हो जाते हैं।

सेवा के नाम पर पैसा : सांप पकड़ कर उसे जंगल में छोड़ने का काम सेवा भाव से किया जाता है, लेकिन अब सांप पकड़ने के नाम पर व्यवसाय किया जा रहा है। दरअसल, बुलावे पर स्पॉट पर जाने वाले कई सर्पमित्र सांप पकड़ने के बाद संबंधित लोगों से पैसों की मांग करते हैं। पहले 500 तक मान जाते थे, लेकिन अब 1 हजार रुपए तक लिए जाते हैं। हाल ही में इस तरह का एक वाकया बेसा में हुआ, जहां लोगों की अज्ञानता का फायदा उठाकर एक सर्पमित्र ने बिना विषैली सांप को जहरीला बताकर उसे पकड़ने के एक हजार रुपए मांग लिए।

रील का क्रेज : इन दिनों इंस्टाग्राम पर फॉलोअर बढ़ाने को लेकर युवा प्रयास करते रहते हैं। कुछ अज्ञानी सर्पमित्र स्टाइलिश बनने के लिए इंस्टाग्राम पर सांप के साथ करतब दिखाते वीडियो अपलोड करते हैं। करतब दिखाते समय कई बार वह हादसे का शिकार हो जाते हैं।

टीटीसी में आने वाले सर्पमित्रों की कहानी : किसी भी सांप को पकड़ने के बाद इसकी जानकारी वन विभाग को देना जरूरी है। एेसे में कुछ सर्पमित्र सांप पकड़ने के बाद टीटीसी में लेकर जाते हैं। बताया गया कि, कई बार तो सर्पमित्रों को सांप को लेकर कोई जानकारी तक नहीं रहती है। अजगर का बच्चा बताकर वे क्रेट जैसे विषैली सांप को पकड़कर ले जाते हैं।

करतब दिखाने वालों की शिकायत नहीं मिली : हम गतिविधियों पर गंभीरता से ध्यान देते हैं। जैसे कोई सांप का जहर तो नहीं बेच रहा, सांप की डील तो नहीं कर रहा है। सांप को लेकर करतब दिखाने वालों की कोई शिकायत नहीं मिली, इसलिए कार्रवाई भी नहीं हुई है।-पी. कोडापे, डीएफओ, विजिलेंस, वन विभाग नागपुर

Created On :   15 July 2025 1:04 PM IST

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