ग्वारीघाट में शिफ्ट होगा एल्गिन का नर्सिंग कॉलेज - आयुर्वेद कॉलेज से सटी 3 एकड़ जमीन पर होगा निर्माण

Elgins Nursing College will shift to Gwarighat - will be constructed on 3 acres of land adjacent to Ayurveda College
ग्वारीघाट में शिफ्ट होगा एल्गिन का नर्सिंग कॉलेज - आयुर्वेद कॉलेज से सटी 3 एकड़ जमीन पर होगा निर्माण
ग्वारीघाट में शिफ्ट होगा एल्गिन का नर्सिंग कॉलेज - आयुर्वेद कॉलेज से सटी 3 एकड़ जमीन पर होगा निर्माण

डिजिटल डेस्क जबलपुर । एल्गिन हॉस्पिटल परिसर में संचालित हो रहे रानी दुर्गावती नर्सिंग कॉलेज को अब ग्वारीघाट में शिफ्ट करने की तैयारी है, जिसके बाद संभाग के सबसे बड़े सरकारी महिला अस्पताल के विस्तार का रास्ता साफ हो गया है।  नर्सिंग कॉलेज बनाने के लिए आयुर्वेद कॉलेज से सटी 3 एकड़ जमीन स्वीकृत कर दी गई है। पिछले दिनों संभागायुक्त की अध्यक्षता में हुई आयुर्वेद कॉलेज की बोर्ड मीटिंग में इस प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई। बिल्डिंग के निर्माण के लिए बजट स्वीकृत करने का प्रपोजल भी एमएचएम को भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार कॉलेज निर्माण के लिए 5 एकड़ की जमीन माँगी गई थी, लेकिन बैठक में 3 एकड़ जमीन की स्वीकृति दी गई। कॉलेज के शिफ्ट होने के बाद एल्गिन में बिस्तरों की संख्या बढ़ेगी, साथ ही प्रसूताओं और गर्भवती महिलाओं को और बेहतर उपचार मिल सकेगा। 
अस्पताल और कॉलेज दोनों को फायदा 
वर्तमान में एल्गिन अस्पताल परिसर करीब 3 एकड़ क्षेत्र में है, इसमें आधे से अधिक एरिया में नर्सिंग कॉलेज का संचालन होता है। कॉलेज के शिफ्ट होने के बाद एल्गिन अस्पताल के लिए बची हुई जगह उपलब्ध हो जाएगी। जिसका उपयोग अस्पताल में नए वार्ड, ओपीडी बनाने के लिए हो सकेगा। इसके अलावा आधुनिक लैब, डायग्नोसिस सेंटर, पार्किंग, मरीजों के परिजनों के लिए आश्रय स्थल आदि बनाने में भी किया जा सकेगा। वहीं कॉलेज का नया भवन बनने से नर्सिंग के पाठ्यक्रमों के लिए बेहतर संसाधन भी जुटाए जा सकेंगे। कॉलेज, हॉस्टल का नया और बेहतर भवन तैयार हो सकेगा। पर्याप्त जगह होने के चलते नए नर्सिंग कोर्सेस शुरू किए जा सकेंगे। 
300 होगी बिस्तर क्षमता, 500 तक करने का प्रयास 6 क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में एल्गिन अस्पताल में 220 बिस्तर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले गंभीर प्रसव के मामलों से लेकर नजदीक जिलों से भी गर्भवती और प्रसूताएँ उपचार के लिए आती हैं। कॉलेज के शिफ्ट होने के बाद नए वार्ड बनाए जा सकेंगे, फिलहाल बिस्तरों से संख्या बढ़ाकर 300 की जाएगी, जिसे आगे जाकर 500 तक करने की तैयारी है। 
इनका कहना है
नर्सिंग कॉलेज को शिफ्ट करने का प्रोजेक्ट काफी दिनों से अटका हुआ था। फाइल आते ही कॉलेज की नई बिल्डिंग की जमीन चिन्हित करने को लेकर निर्देश जारी किए जाएँगे। 
-कर्मवीर शर्मा  जिला कलेक्टर 
 

Created On :   6 Aug 2021 12:46 PM GMT

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