- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- शर्मनाक - प्रशासन नहीं दे सका...
शर्मनाक - प्रशासन नहीं दे सका लकड़ी; परिजन ने खुद किया संक्रमित का संस्कार परिजनों ने कहा- कर्मचारियों ने नहीं छुआ शव हमने ही उठाया
डिजिटल डेस्क दमोह । कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति या इससे संदिग्ध मरीज की मौत के मामले में दमोह जिले में लगातार लापरवाही सामने आ रही है। पथरिया के बाद अब हिंडोरिया नगर परिषद का मामला सामने आया है, जहां प्रशासन अंतिम संस्कार के लिए लकडिय़ों की भी व्यवस्था नहीं कर सका। प्रोटोकॉल की अनदेखी करते हुए परिजनों को शव ले जाने दिया गया। परिजनों ने ही अंतिम संस्कार भी किया। मृतक के परिजन बलवंत सिंह ने बताया, तीन दिन पहले कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद सीएसची हिंडोरिया में उनके 40 वर्षीय परिजन को भर्ती कराया गया था। दो दिन बाद उन्हें छात्रावास कोविड केयर सेंटर में रेफर किया गया, जहां शनिवार रात उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। रविवार सुबह अंतिम संस्कार होना था। इसके लिए परिजन हिंडोरिया पहुंच गए, लेकिन कई घंटे जैसे-तैसे नगर परिषद के कर्मचारी पहुंचे तो उन्होंने शव गाड़ी में रखने से मना कर दिया। परिजनों ने ही शव गाड़ी में रखवाया।
सीएमओ बोलीं- लकड़ी में देरी हुई
नगर परिषद सीएमओ नीतू सिंह ने लकड़ी का इंतजाम होने में देरी की बात स्वीकारी है। उनके अनुसार परिजन कर्मचारियों से अपशब्द कह रहे थे। वायरल हुए वीडियो पर सीएमओ का कहना है, परिजनों ने ऐसा वीडियो बनाया जिसमें परिषद कर्मी न दिखें। जबकि वे वहीं मौजूद रहे होंगे। सीबीएमओ बोलीं- हमारी जिम्मेदारी नहीं हिंडोरिया स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. रीटा चटर्जी ने कहा, हमें मालूम नहीं है कि ऐसा कुछ भी हुआ है। हमने अपना काम किया और बॉडी परिषद को सौंप दी। अंतिम संस्कार उनकी जिम्मेदारी है, हमारी नहीं। यदि परिजनों ने अंतिम संस्कार कराया है तो गलत है। इस संबंध में तत्काल ही ऐसे लोगों की पहचान की जाएगी और सैंपलिंग की जाएगी। साथ ही वह जहां गए, उन्हें भी ट्रेस किया जाएगा।
लकड़ी के लिए घंटों इंतजार
अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का इंतजार शुरू हुआ, 5 घंटे बाद परिषद कर्मियों ने लकड़ी की व्यवस्था न होने की जानकारी परिजनों को देकर वहां से चले गए। परिजन शव को लेकर ग्राम लुहर्रा पहुंचे। बिना किसी गाइडलाइन के शव का अंतिम संस्कार किया। लापरवाही का वीडियो आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में नहीं आ सका है। सीएमओ नप. परिजनों पर अपशब्द बोलने का आरोप लगा रही हैं। अंतिम संस्कार के बाद परिजन घर पहुंच गए, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने अब तक इनकी स्क्रीनिंग व सैंपलिंग तक नहीं की।
Created On :   10 May 2021 2:12 PM IST