पैरोल पर फरार तहसीलदार कार्यालय में ही कर रहा था दलाली, 14 साल बाद गिरफ्तार 

Escapee on parole, a criminal arrested by Police after 14 years
पैरोल पर फरार तहसीलदार कार्यालय में ही कर रहा था दलाली, 14 साल बाद गिरफ्तार 
पैरोल पर फरार तहसीलदार कार्यालय में ही कर रहा था दलाली, 14 साल बाद गिरफ्तार 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पैरोल मिलने के बाद फरार हत्या के एक दोषी को ठाणे पुलिस ने 14 साल बाद गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात ये है कि आरोपी फरारी के दौरान नाम बदलकर पनवेल तहसीलदार कार्यालय में बतौर एजेंट काम कर रहा था। उसे 10 जनवरी को मंडल अधिकारी महेश भाट की ओर से घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। अगले ही दिन उसे जमानत भी मिल गई, लेकिन ठाणे पुलिस की अपराध शाखा को उसके बारे में भनक लग गई और आरोपी को दबोच लिया गया।

गिरफ्तार आरोपी का नाम किशोर रघुनाथ गायकवाड़ (45) है। ठाणे जिले के वाकलगांव के रहने वाले गायकवाड को साल 2003 में रायगढ़ के अलीबाग इलाके में हुई हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। वह पुणे के येरवडा जेल में सजा काट रहा था। इसी दौरान उसे 2006 में पैरोल मिल गई, लेकिन इसकी अवधि खत्म होने के बाद भी वह वापस नहीं लौटा। इसके बाद नई मुंबई के कलंबोली पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। इस बीच ठाणे अपराध शाखा यूनिट एक के पुलिस उपनिरीक्षक दत्तात्रय सरक और हवलदार आनंदा भिलारे को गुप्त सूचना मिली कि घूसखोरी के आरोप में पकड़ा गया शख्स दरअसल नाम बदलकर काम कर रहा है और जेल से फरार सजायाफ्ता है। इसके बाद जाल बिछाकर उसे पनवेल के उसर्ली इलाके से पकड़ा गया।

शुरूआत में आरोपी ने पुलिस वालों को यह कहते हुए झांसा देने के कोशिश की कि उसका नाम किशोर रामचंद्र म्हात्रे है और वह पनवेल के उसर्ली का ही रहने वाला है। हालांकि पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो साफ हो गया कि आरोपी झूठ बोल रहा है। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। सीनियर इंस्पेक्टर नितिन ठाकरे ने बताया कि आरोपी ने पहला नाम तो वहीं रखा था लेकिन अपने पिता का नाम और उपनाम बदल लिया था। इस बात की जांच की जा रही है कि उसने फर्जी नाम के पहचान पत्र कैसे और कहां तैयार कराए। फिलहाल आरोपी को आगे की कार्रवाई के लिए नई मुंबई के कलंबोली पुलिस स्टेशन के हवाले कर दिया गया है।     

Created On :   15 Jan 2019 7:51 PM IST

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