लॉकडाउन में जब सब कुछ थम गया था तब भी नहीं थमीं शिकायतें, दोगुनी तक पहुँचीं  - सीएम हेल्पलाइन की पेंडेंसी 11 हजार से आगे तक निकली

Even when everything had stopped in the lockdown, the complaints did not stop, reached double
लॉकडाउन में जब सब कुछ थम गया था तब भी नहीं थमीं शिकायतें, दोगुनी तक पहुँचीं  - सीएम हेल्पलाइन की पेंडेंसी 11 हजार से आगे तक निकली
लॉकडाउन में जब सब कुछ थम गया था तब भी नहीं थमीं शिकायतें, दोगुनी तक पहुँचीं  - सीएम हेल्पलाइन की पेंडेंसी 11 हजार से आगे तक निकली

डिजिटल डेस्क जबलपुर । लॉकडाउन में सब कुछ थम गया। कारोबार, बस, इंडस्ट्रीज, रेलगाडिय़ाँ तक लेकिन थमी नहीं तो सिर्फ शिकायतें। ताज्जुब की बात है कि लॉकडाउन के दौरान भी शिकवे-शिकायतों का दौर इतनी रफ्तार से दौड़ा कि सीएम हेल्पलाइन की पेंडेंसी दोगुनी तक पहुँच गई। अब अनलॉक होने के बावजूद समाधान न होने से शिकायतों के ग्राफ में थोड़ी बहुत भी कमी नहीं हो सकी है।  लॉकडाउन लगने से पहले शिकायतों की संख्या सिर्फ 65 सौ थी जो अब बढ़कर लगभग दोगुनी होकर 11300 से ज्यादा हो गई हैं। इन विभागों की सबसे ज्यादा - जिले में सबसे ज्यादा शिकायतें खाद्य आपूर्ति विभाग की हैं। यहाँ की शिकायतों की संख्या 2600 से ज्यादा हैं। इसी तरह राजस्व से जुड़े काम पूरी तरह बंद हो गये हैं, लोगों के नामांतरण और सीमांकन से जुड़े मामले भी बढ़े। जिससे यहाँ की िशकायतें अभी भी 1070 से ज्यादा हैं।
स्वास्थ्य - इलाज न मिलने पर लोग परेशान हुए और मप्र आयुर्विज्ञान विवि की से जुड़ीं शिकायतों की संख्या 745 तक जा पहुँची। 
बिजली - ऊर्जा विभाग की 4 सौ शिकायतें हैं जिनमें सबसे ज्यादा ओवर बिलिंग से जुड़ी हुई बताई जा रही हैं। 
पानी - नगर निगम के पेयजल से जुड़ीं 433 से ज्यादा िशकायतें ऐसी हैं जिनका लंबे समय बाद भी निराकरण नहीं हो पाया है। 
एक साल में भी समाधान नहीं -
 कोरोना संक्रमण फैलने के बाद लोगों की समस्याएँ बढ़ीं। जब लोगों की सुनवाई नहीं हुई तो िशकायतें सीएम हेल्पलाइन तक पहुँचीं। अनलॉक होने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि उनकी शिकायतों का समाधान होगा लेकिन अभी भी 11 हजार से ज्यादा िशकायतें पेंडिंग हैं। कुछ िशकायतें तो ऐसी हैं जिनका निराकरण एक साल से ज्यादा का वक्त बीतने के बाद भी नहीं हो पाया है। इसमें भी सबसे ज्यादा लोग राशन, स्वास्थ्य, राजस्व और बिजली जैसी सेवाओं के लिये परेशान रहे।  
इनका कहना है
सीएम हेल्पलाइन से जुड़ी िशकायतों को लेकर कलेक्टर ने अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिये हैं। जल्द ही फिर से समीक्षा की जायेगी और इसके बाद भी अगर किसी विभाग द्वारा लापरवाही बरती जायेगी तो नोटिस भी जारी होंगे। 
-चित्रांशु त्रिपाठी, डीईजीएम
 

Created On :   14 Jun 2021 4:24 PM IST

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