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हर रविवार यहाँ से कोई नहीं जाता खाली पेट
लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ जरूरतमंदों को करा रहे भोजन, पिछले एक साल से चल रहा अनूठा सिलसिला
डिजिटल डेस्क जबलपुर । पिछले वर्ष तब मार्च में लॉकडाउन लगा तब जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने न जाने कितने लोगों ने हाथ बढ़ाए, लेकिन समय के साथ-साथ जब अनलॉक हुआ तो ऐसे नजारे दिखने बंद हो गए, लेकिन रानीताल चौराहे पर आज भी हर रविवार 200 से ज्यादा जरूरतमंदों को नि:शुल्क भोजन कराया जा रहा है। यहाँ जो भी व्यक्ति भोजन करने आता है, उसका टेम्प्रेचर चैक किया जाता है, हाथ सेनिटाइज कराए जाते हैं और फिर इसके बाद ही सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाए गए गोलों में खड़े होने दिया जाता है। कचनार सिटी निवासी 54 वर्षीय अरविंद दुबे ने बताया कि इसकी शुरूआत करीब 1.5 साल पहले चौराहे पर घूमने वाले कुछ बच्चों को भोजन कराने से हुई थी, फिर कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा तो घूम-घूम कर खाना बाँटा। इसके बाद तय किया किसी एक जगह पर लोगों को बैठाकर खाना खिलाएँगे। लॉकडाउन के दौरान जहाँ रोजाना लोग भोजन कर रहे थे, वहीं उसके बाद प्रति रविवार को यह व्यवस्था की गई। 200 से ज्यादा लोग हर रविवार को भोजन करते हैं, यहाँ से कोई खाली पेट नहीं जाता।
सारे काम खुद करते हैं सदस्य
श्री दुबे ने बताया कि उन्होंने सहयोगियों की अपनी टीम को चेतना संघ नाम दिया है। भोजन बनाने से लेकर परोसने और फिर आखिर में बर्तन साफ करने तक, सारे काम सदस्य खुद करते हैं। वहीं भोजन के लिए राशन का इंतजाम भी सदस्य अपने सहयोग से करते हैं, कई बार खास मौकों पर किसी सदस्य विशेष द्वारा भी अपनी तरफ से भोजन करा दिया जाता है। सुबह 10 बजे से खाना बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है और 2.30 बजे तक चलती है। इसके बाद 3 बजे से भोजन कराया जाता है। जिसमें रोटी, पूरी, पुलाव, चटनी, रॉयता, सलाद आदि शामिल रहता है। भोजन करने वालों में ज्यादातर मजदूर, रिक्शा चालक और फुटपाथ पर गुजर-बसर करने वाले होते हैं। संघ में सीएम अयाची, राजेश शर्मा, राजू पटेल, रामूजी, पूरन सिंह ठाकुर, डॉ. शोभा दुबे, श्रीमती लीला दुबे, श्रीमती किरण रैकवार समेत जिसमें 70 से ज्यादा सदस्य हैं, जो नि:स्वार्थ भावना से मानवता की सेवा में जुटे हैं।
Created On :   5 April 2021 2:20 PM IST