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महंगी कारों के फर्जी रजिस्ट्रेशन का भांडाफोड़, दिलीप छाबड़िया ने वित्तिय संस्थानों को लगाया करोड़ों का चूना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुलिस की अपराध शाखा ने दावा किया है कि देश का सबसे बड़ा कार डिजाइनर दिलीप छाबड़िया कार के नाम पर कर्ज लेकर ठगी करने और गाड़ियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन का भी रैकेट चलाता था। छाबड़िया ने वित्तीय संस्थाओं को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है। संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मिलिंद भारंबे ने बताया कि अपनी डिजाइन की हुई मंहगी गाड़ियों पर छाबड़िया वित्तीय संस्थाओं से कर्ज लेता था। अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि छाबड़िया की कंपनी दिलीप छाबरिया डिजाइंस प्रायवेट लिमिटेड अपनी बनाई हुई कारों पर खुद ग्राहक बनकर वित्तीय संस्थाओं से कर्ज लेती थी। फिर उन्हीं कारों का रजिस्ट्रेशन नंबर और चेसिस नंबर बदलकर उसे दूसरों को बेंच देता था। पुलिस के मुताबिक 90 ऐसी कारों पर कर्ज लिया है और हर कार पर करीब 42 लाख रुपए कर्ज लिए गए हैं। छाबड़िया ने जून 1993 में अपनी कंपनी बनाई थी और अपनी मंहगी स्पोर्ट्स कार डीसी अवंती 2016 में लांच की थी। शुरूआती जानकारी के मुताबिक छाबड़िया अब तक 120 अवंती कारें देश विदेश में बेच चुका है। अवंती कार उस समय भी सुर्खियों में आई थी जब क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने छाबड़िया के खिलाफ शिकायत की थी कि पांच लाख रुपए के अग्रिम भुगतान के बावजूद उन्हें कार नहीं दी गई।
इस कार की कीमत 34 लाख 90 हजार रुपए थे। एपीआई सचिन वजे की अगुआई में अपराध शाखा की क्रिमिनल इंटेलिजेंस यूनिट ने फर्जीवाडे का भांडाफोड़ किया। दरअसल गुप्त सूचना के आधार पर कोलाबा के ताज महल होटल के पास जाल बिछाया गया। यहां कार के मालिक इंदर रमानी से दस्तावेज लेकर छानबीन की गई तो पता चला कि कार का रजिस्ट्रेशन चेन्नई में कराया गया है। जांच में दस्तावेज सही पाए गए। लेकिन आगे पुलिस को जानकारी मिली कि इसी रजिस्ट्रेशन नंबर और चेसिस नंबर की एक कार हरियाणा में भी रजिस्टर है। इसके बाद जांच आगे बढ़ी और फर्जीवाडे का खुलासा हुआ।
Created On :   29 Dec 2020 8:36 PM IST