बहुत याद आये, खूब याद आये दिवंगत अनंत श्री माली

Eyes of the litterateurs were moist missed a lot, I remembered the late Anant Shri Mali
बहुत याद आये, खूब याद आये दिवंगत अनंत श्री माली
साहित्यकारों की आंखें नम बहुत याद आये, खूब याद आये दिवंगत अनंत श्री माली

डिजिटल डेस्क, मुंबई। यह एक ऐसा आयोजन था जिसमें दिवंगत आत्मा को याद कर महानगर के दिग्गज साहित्यकारों पत्रकारो की आंखे नम हो रही थी और बोलते बोलते उनका गला रूंध जा रहा था। सभागार में सिर्फ और सिर्फ यादें टहल रही थीं। सुप्रसिद्ध व्यंग्कार व कुशल मंच संचालक डॉ अनन्त श्रीमाली के 5 अगस्त को हुए असमय निधन पर वरिष्ठ रचनाकार अरविंद राही व उनकी संस्था श्रुति सम्वाद साहित्य कला अकादमी की अगुवाई में महानगर की दो दर्जन से ज्यादा संस्थाओं ने मिलकर इस हरदिल अजीज लेखक को शिद्दत से याद किया।इस मौके पर लोक गायक सुधाकर स्नेह व सुरेश शुक्ला के भावपूर्ण भजनों ने अलग ही  माहौल रच दिया।

बेहद भावुक इस आयोजन में एचपीसीएल के चेयरमैन डॉ पुष्प कुमार जोशी, आसकरण अटल, वरिष्ठ पत्रकार हरीश पाठक, विजय सिंह, अभिनेता सुनील पाल, सुमिता केशवा, अनिल गलगली, कवि रासबिहारी पांडेय, मीनू मदान, सुमन सारस्वत, राजेश्वर उनियाल, शेखर अस्तित्व, अमर त्रिपाठी, सुनील सावरा, दिनेश बाबरा, प्रकाश पपलू , वसंत आर्य आदि ने डॉ अनन्त श्रीमाली से जुड़ी यादें साझा की।

सांताक्रुज पूर्व के डा जाकिर हुसैन सभागार में मुम्बई की हर धारा के लेखक उपस्थित थे। प्रेम जनमेजय, अशोक बिंदल, राम गोविंद, सुभाष काबरा, अभिलाष अवस्थी, ऋचा शरद, प्रमिला शर्मा, ओमप्रकाश तिवारी, मुकेश गौतम, किशोर आयलानी, अभिजीत राणे, शिवजी सिंह, वागीश सारस्वत, प्रो.हूबनाथ, डा.दयानंद तिवारी आदि मौजूद थे।  डॉ श्रीमाली के परिजन व कई रिश्तेदार इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अरविंद राही ने किया।
 

Created On :   29 Aug 2022 8:54 PM IST

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