फडणवीस के संकेत- विधान परिषद चुनाव में गाणार होंगे भाजपा उम्मीदवार

Fadnavis hints- BJP candidate will be Gaanar in Legislative Council elections
फडणवीस के संकेत- विधान परिषद चुनाव में गाणार होंगे भाजपा उम्मीदवार
नागपुर फडणवीस के संकेत- विधान परिषद चुनाव में गाणार होंगे भाजपा उम्मीदवार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधान परिषद की नागपुर शिक्षक निर्वाचन सीट के चुनाव में नागो गाणार ही भाजपा के उम्मीदवार होंगे। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ संकेत दिए हैं। शनिवार को मनपा शिक्षक संघ के कार्यक्रम में फडणवीस ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार तय नहीं करती है। महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद के उम्मीदवार को समर्थन दर्शाया जाता है। गौरतलब है कि शिक्षक परिषद ने गाणार को उम्मीदवार घोषित किया है। लिहाजा उन्हें ही भाजपा उम्मीदवार माना जाएगा। पिछले कुछ माह से भाजपा उम्मीदवार को लेकर असमंजस की स्थिति बनी थी। शिक्षक परिषद ने गाणार को पहले ही उम्मीदवार घोषित कर दिया, लेकिन भाजपा की ओर से उनकी उम्मीदवारी को लेकर कुछ नहीं कहा जा रहा था। भाजपा के इच्छुक उम्मीदवारों में विद्यापीठ शिक्षक मंच की अध्यक्ष कल्पना पांडे, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय भेंडे, शिक्षक मंच के अनिल शिवणकर का नाम गिनाया जा रहा था। दावा किया जा रहा था कि गाणार दो बार विधायक रहे हैं, इसलिए इस बार उम्मीदवार बदला जाएगा। 5 जनवरी को चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही उम्मीदवारों के नामों को लेकर हलचल होने लगी। शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने बैठक लेकर पदाधिकारियों से उम्मीदवार के संबंध में चर्चा की। 

मनपा चुनाव पर नजर  बताया जा रहा है कि गाणार के नाम पर भाजपा में मतभेद था। उम्मीदवारी के कुछ दावेदारों ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से खुलकर चर्चा की थी। यहां तक कहा गया था कि संगठन के लिए योगदान देने वालों को सही समय पर चुनावी राजनीति में भागीदारी दी जाए। उम्मीदवार के तौर पर अन्य नाम सामने लाए गए, लेकिन प्रदेश की सत्ता में प्रभाव रखने वाले नेताओं का मानना था कि मनपा चुनाव को देखते हुए उम्मीदवार के लिए सहमति बना ली जाए। विधान परिषद की स्नातक निर्वाचन सीट के चुनाव में उम्मीदवार बदला गया था। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े अनिल सोले को दोबारा उम्मीदवार बनाने के बजाय मनपा की राजनीति में सक्रिय संदीप जोशी को उम्मीदवार बनाया था। उस चुनाव में भाजपा पराजित हुई। अनुशासन में रहकर ही सही, पर भाजपा में ही यह पीड़ा व्यक्त की जाती रही कि बड़ों की बात न मानना या उनकी सहमति नहीं लेना नुकसान ही देता है। मनपा चुनाव के लिए सर्वे रिपोर्ट भाजपा को असहज किए हुए है। एेसे में भाजपा के नेता विधान परिषद चुनाव में कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। 
 


 

Created On :   8 Jan 2023 8:45 PM IST

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