फडणवीस बोले- सरकार बदलने से पहले ही परियोजना का गुजरात जाना हो गया था तय

Fadnavis- Project was decided to go to Gujarat even before the change of government
फडणवीस बोले- सरकार बदलने से पहले ही परियोजना का गुजरात जाना हो गया था तय
निशाना फडणवीस बोले- सरकार बदलने से पहले ही परियोजना का गुजरात जाना हो गया था तय

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वेदांता- फॉक्सकॉन कंपनी के संयुक्त उद्यम वाले 1.54 लाख करोड़ रुपए की सेमीकंडक्टर परियोजना महाराष्ट्र की बजाय गुजरात में लगाने को लेकर गरमाई राजनीति के बीच उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी दल महाविकास आघाड़ी पर पलटवार किया है। शुक्रवार को विलेपार्ले में आयोजित लघु उद्योग भारती के प्रदेश अधिवेशन में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वेदांता-फॉक्सकॉन कंपनी ने महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन से पहले ही गुजरात में निवेश करने का फैसला ले लिया था। फिर भी नई सरकार बनने के बाद हमने आखिरी क्षण तक परियोजना के लिए कोशिश की थी। जो इस परियोजना को लाने के लिए कुछ नहीं किया था वे लोग हमें चालाकी सिखा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने शपथ लेने के तुरंत बाद वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल से मिला था। जिसके बाद उन्होंने मुझसे कहा था कि हम गुजरात में निवेश की ओर आगे बढ़ चुके हैं। जिसके बाद वेदांता ने गुजरात में निवेश करने का फैसला लिया। 

गुजरात पाकिस्तान में नहीं है 

फडणवीस ने कहा कि  गुजरात पाकिस्तान में नहीं है। गजुरात देश का हिस्सा है। महाराष्ट्र और गुजरात की स्थापना एक ही दिन हुई थी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अग्रवाल ने मुझे महाराष्ट्र में निवेश करने के बारे में आश्वासन दिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के समय महाराष्ट्र गुजरात से पीछे चला गया था। लेकिन अगले दो सालों में महाराष्ट्र को गुजरात से आगे ले जाया गया। 

निवेश के लिए नागपुर-मुंबई महामार्ग सुनहरा 

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नागपुर- मुंबई समृद्धि महामार्ग शुरू होने पर महाराष्ट्र में निवेश के लिए अगला गलियारा नागपुर-मुंबई महामार्ग का परिक्षेत्र होगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि देश की सबसे बड़ी 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपए ग्रीन रिफायनरी परियोजना कोंकण में लगाई जाने वाली थी। ग्रीन रिफायनरी परियोजना से 5 लाख रोजगार पैदा होता। उन्होंने कहा कि गुजरात की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान जामनगर रिफायनरी और मुंद्रा पोर्ट का है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार महाराष्ट्र में ग्रीन रिफायनरी परियोजना लगाने वाली है। लेकिन अब तेल कंपनियां परियोजना पर 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपए का निवेश नहीं करेंगी। इस परियोजना का निवेश कम हो जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पालघर के डहाणू तहसील के वाढवण में नया पोर्ट बनाने की योजना है। लेकिन इसका भी विरोध शुरू है। यदि कोंकण में ग्रीन रिफायनरी परियोजना और वाढवण में नया पोर्ट बन जाता है तो महाराष्ट्र दूसरे राज्यों की तुलना में 10 साल आगे चला गया होता। 

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार के समय निवेश के लिए उद्योग स्नेही फैसले लिए गए थे। साल 2013 में विदेशी निवेश में महाराष्ट्र पांचवें स्थान पर था। फिर साल 2015 में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर पहुंच गया था। इसके बाद साल 2019 तक महाराष्ट्र विदेश निवेश में पहले स्थान पर था। मुझे खुशी है कि मेरे मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने निवेश के मामले में गुजरात को पांच सालों तक लगातार पीछे रखा था। लेकिन दुर्भाग्य से पिछले दो सालों से महाराष्ट्र पिछड़ गया है। विदेशी निवेश के मामले में गुजरात पहले स्थान पर पहुंच गया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केवल गुजरात के खिलाफ भाषण देकर गुजरात को पीछे नहीं रखा जा सकता है। गुजरात को पीछे करने के लिए ठोस नीतियां बनाई जानी चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार में उद्योगों को बिजली सब्सिडी का लाभ लेने के लिए 10 प्रतिशत पैसे देना पड़ता था। 

नेताओं के लिए काम कर रहे तीन पत्रकार 

इस दौरान फडणवीस ने कहा कि तीन पत्रकार अपने संस्थान की बजाय नेताओं के लिए काम कर रहे हैं पर मैं अभी उनका नाम नहीं बताउंगा। ये लोग सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में लगे हैं।  

 
 

Created On :   16 Sept 2022 9:30 PM IST

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