फडणवीस बोले - महाराष्ट्र बंद महाविकास आघाड़ी का ढोंग, नाना का पलटवार - किसानों के हत्यारों को आंदोलन ऐसा ही लगेगा

Fadnavis said - Maharashtra bandh Mahavikas Aghadis pretense
फडणवीस बोले - महाराष्ट्र बंद महाविकास आघाड़ी का ढोंग, नाना का पलटवार - किसानों के हत्यारों को आंदोलन ऐसा ही लगेगा
बंद पर सियासत फडणवीस बोले - महाराष्ट्र बंद महाविकास आघाड़ी का ढोंग, नाना का पलटवार - किसानों के हत्यारों को आंदोलन ऐसा ही लगेगा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाविकास आघाड़ी के महाराष्ट्र बंद को ढोंग करार दिया है। उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार ढोंगी सरकार है। महाराष्ट्र बंद मतलब महाविकास आघाड़ी द्वारा प्रायोजित आंतक है। महाविकास आघाड़ी ने पुलिस, सेल्स टैक्स और जीएसटी के अफसरों का उपयोग करके दुकानदारों को  धमकाकर उनकी दुकानें बंद कराई है। सोमवार को फडणवीस ने कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा की तुलना जलियांवाला बाग हत्याकांड से करने वाले राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पर नाम लिए बिना निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आघाड़ी सरकार में पुणे के मावल तहसील में पानी के लिए आंदोलन करने वाले किसानों को गोलियों से भून दिया गया था। सही मायनों में मावल की घटना जलियांवाला बाग हत्याकांड के जैसी थी। फडणवीस ने कहा कि मुंबई में बेस्ट की बसों की तोड़फोड़ के घटना के बाद बस सेवा को बंद कर दिया गया। यह राज्य सरकार और मुंबई मनपा की मिली भगत है। बाम्बे हाईकोर्ट को इसका संज्ञान लेना चाहिए। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस तरीके के बंद पर प्रतिबंध लगाया है। फडणवीस ने कहा कि बंद के दौरान हिंसा के चलते हुए नुकसान की वसूली आंदोलनकर्ताओं से करनी चाहिए। फडणवीस ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के सत्ता में आने के बाद अभी तक राज्य में दो हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं। राज्य में अलग-अलग आपदा में प्रभावित किसानों को अभी तक मदद नहीं मिल पाई है। सरकार में थोड़ी भी शर्म बची है, तो किसानों को पहले मदद घोषित करें। फडणवीस ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना गंभीर है। इस घटना के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार कार्रवाई कर रही है लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार को लखीमपुर खीरी की घटना पर बंद बुलाना नैतिकता नहीं है। फडणवीस ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा के बाद महराष्ट्र बंद की घोषणा की गई थी। देश के इतिहास में मंत्रिमंडल का इतना ज्यादा दुरुपयोग किसी प्रदेश में नहीं हुआ है। राज्य सरकार ने संवैधानिक व्यवस्था को चुनौती दी है। दूसरी ओर विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में पुणे के मावल तहसील में पानी के लिए आंदोलन करने वाले हुए आंदोलन के दौरान गोलीबारी में मृत किसानों के परिजनों से मुलाकात की। 

किसानों के हत्यारों को हमारा आंदोलन ढोंग ही लगेगा- नाना पटोले 

विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के बंद को ढोंग करार देने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटोले ने पलटवार किया। पटोले ने कहा कि किसानों के हत्यारों को हमारा आंदोलन ढोंग ही लगेगा। क्योंकि किसानों की हत्या करना भाजपा का धंधा हो गया है। किसानों के समर्थन में बोलने वाले लोग भाजपा को आंतकी और ढोंगी नजर आते हैं। इसलिए मुझे फडणवीस के बयान से कोई आश्चर्य नहीं है। पटोले ने कहा कि भाजपा का महाराष्ट्र बंद के विरोध से उनकी किसान विरोधी नीति स्पष्ट हो गई है। फडणवीस को राज्य सरकार पर आरोप लगाने के बजाय केंद्र सरकार से महाराष्ट्र के किसानों को मदद दिलाने का प्रयास करना चाहिए। पटोले ने कहा कि कहा कि महाविकास आघाड़ी के बंद को प्रदेश की जनता ने बड़े पैमाने पर समर्थन दिया है। इससे साफ है कि जनता महाविकास आघाड़ी के साथ में है। पटोले ने कहा कि आघाड़ी सरकार में हुई पुणे के मावल हिंसा का उस समय कांग्रेस ने विरोध किया था। जबकि मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप ने कहा कि देश में पहली बार पूर्व फडणवीस सरकार के शासन में किसान हड़ताल पर चले गए थे। इसलिए उन्हें हम लोगों को किसानों के हितों के बारे में सलाह देने की जरूरत नहीं है। 

आयकर के छापे से ध्यान हटाने के लिए महाराष्ट्र बंद किया- पाटील

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि राज्य में राकांपा के नेताओं के ठिकानों पर पिछले 15 दिनों से आयकर विभाग के छापे जारी हैं। इसलिए आयकर के छापे से ध्यान हाटने के लिए महाविकास आघाड़ी ने महाराष्ट्र बंद किया। लेकिन जनता के मन से समर्थन न मिलने के कारण बंद फंस गया है। पाटील ने कहा कि शिवसेना के डर के कारण कोल्हापुर में लोगों ने कुछ जगहों पर दुकानों पर बंद रखा। सत्ताधारी दलों के कार्यकर्ताओं ने जबरन बंद करावाया है। पुणे में तीन दलों के नेताओं ने व्यापारी संगठनों के लोगों से मिलकर दुकानों को बंद रखने रखने को कहा। पाटील ने कहा कि लखीमपुर खिरी हिंसा के बारे में लोगों को एक ही पक्ष मालूम है। लखीमपुर खीरी में चार किसानों की मौत हुई है लेकिन किसानों ने भी वहां पर चार लोगों को मारा है। यदि थार जीप में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा होते तो लोग उन्हें भी मार देते। पाटील ने कहा कि आशीष की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले में कार्रवाई जारी है। लेकिन इस हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र बंद रखना कितना उचित है। पाटील ने कहा कि महाराष्ट्र बंद के खिलाफ भाजपा की व्यापार आघाड़ी न्यायालय में गई है। 

अन्नत्याग करने वाले किसानों की ओर सरकार का ध्यान नहीं- उपाध्ये

प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि महाविकास आघाड़ी का लखीमपुर खीरी के किसानों के प्रति महज केवल दिखावा है। राज्य सरकार का लातूर में पिछले 72 घंटे से अन्नत्याग आंदोलन करनेवाले 72 किसान नजर नहीं आ रहे हैं। किसान बारिश और बाढ़ की स्थिति के कारण फसलों के बर्बाद हो जाने के बाद हुए नुकसान के लिए मदद मांग रहे हैं। लातूर के मांजरा बांध का पानी गलत तरीके से छोड़ने से किसानों के खेतों में पानी भर गया है। इससे सोयाबीन की फसल खराब हो चुकी है। 
 

Created On :   11 Oct 2021 8:35 PM IST

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