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किडनी अस्पताल में मरीजों की जाँच रिपोर्ट में भी फर्जीवाड़ा
डिजिटल डेस्क जबलपुर। राइट टाउन स्थित सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल में आयुष्मान योजना के फर्जीवाड़ा की जाँच कर रही एसआईटी ने अभी जिन दस्तावेेजों की जाँच की है उसमें मरीजों की बीमारी के साथ जाँच रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा नजर आ रहा है। दस्तावेजों को खंगालने के बाद जाँच टीम द्वारा करीब दो सैकड़ा से अधिक मरीजों को नोटिस जारी किए गये हैं, वहीं डॉ. पाठक दम्पति को रिमांड पर लेने के लिए सोमवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार फर्जीवाड़ा मामले में अस्पताल से जब्त किए गये दस्तावेजों में मरीजों की सामान्य बीमारी को गंभीर बताकर लाखों का फर्जीवाड़ा किए जाने के प्रमाण मिले हैं। इन दस्तावेजों की पुष्टि करने के लिए एसआईटी द्वारा योजना के नोडल अधिकारी को नोटिस जारी कर दस्तावेज माँगे गये थे लेकिन उनके द्वारा योजना संबंधी दस्तावेज भोपाल से मिलने की बात कही जा रही है। उधर अस्पताल से जुड़े चिकित्सक व कर्मचारी जाँच में सहयोग नहीं कर रहे हैं जिसके कारण एसआईटी अब सोमवार को कोर्ट में अर्जी लगाकर डॉ. दुहिता पाठक, डॉ. अश्वनी पाठक और उनके अकाउंटेंट की रिमांड माँगेगी।
सीटी स्कैन मशीन की जाँच
जानकारों के अनुसार छापे के दौरान अस्पताल से जो दस्तावेज जब्त किए गये थे उनमें मरीजों की जाँच रिपोर्ट में सीटी स्कैन रिपोर्ट लगी हुई थी लेकिन अस्पताल से जब्त रिकॉर्ड में सीटी स्कैन मशीन के रजिस्ट्रेशन संबंधी दस्तावेज नहीं मिले हैं। इस संबंध में डॉ. पाठक दम्पति ने दस्तावेज प्रस्तुत करने कहा था लेकिन उनके द्वारा कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गये हैं। जाँच टीम अब यह पता लगाने में जुटी है कि मशीन लगाने की अनुमति थी कि नहीं। इस संबंध में एसआईटी ने एटोमिक एनर्जी रिसर्च ब्यूरो को पत्र लिखकर रजिस्ट्रेशन व अनुमति संबंधी जानकारी माँगी है।
रिमांड पर लेकर होगी पूछताछ
आयुष्मान योजना से जुड़े फर्जीवाड़ा और दस्तावेजों की जानकारी हासिल करने के लिए किडनी अस्पताल की संचालक डॉ. दुहिता पाठक और उनके पति डॉ. अश्वनी पाठक से पूछताछ करने के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। इसके लिए सोमवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी।
-अखिलेश गौर, सीएसपी
Created On :   10 Sept 2022 11:14 PM IST