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नकली लोकायुक्त अधिकारी चढ़ा पुलिस के हत्थे, सब इंजी. को कर रहा था ब्लैकमेल

डिजिटल डेस्क सतना। लोकायुक्त के एक नकली आफीसर महेश प्रताप सिंह (60) को लोकायुक्त की टीम ने यहां बुधवार को गिरफ्तार कर सिविल लाइन पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 और 409 के तहत अपराध दर्ज करते हुए आरोपी को सेंट्रल जेल भेज दिया है। जालसाज ने मझगवां में पदस्थ लोक निर्माण विभाग के एक सब इंजीनियर मृत्युंजय सिंह से लोकायुक्त में दर्ज एक मामले के रफा-दफा करने के एवज में 1 लाख 25 हजार रुपए की मांग की थी। आरोपी सब इंजीनियर को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा था। आरोपी 20 नवंबर से उप यंत्री के संपर्क में था। इसी बीच दोनों के बीच एक मुलाकात भी हुई थी। कभी वो अपने आप को लोकायुक्त आजमगढ़ का इंस्पेक्टर आरआर सिंह बताता था तो कभी उसने स्वयं को बेगमगंज (उन्नाव) में पदस्थ लोकायुक्त का इंस्पेक्टर बताया।
ऐसे आया पकड़ में-
लोकायुक्त के पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के मझगवां सब डिवीजन में पदस्थ उप यंत्री मृत्युंजय सिंह ने 3 दिसंबर को इस आशय की शिकायत की थी कि स्वयं को लोकायुक्त का आफीसर बताने वाला एक संदिग्ध किस्म का शख्स महेश प्रताप सिंह उनसे लोकायुक्त कार्यालय में दर्ज एक मामले को रफा-दफा करने के एवज में एक लाख 25 हजार रुपए मांग रहा है। डरा-धमका कर निरंतर ब्लैकमेल करने की कोशिश के तहत आरोपी ने एक लाख रुपए में सौदा पक्का किया है। शिकायत की तस्दीक के बाद जालसाज की गिरफ्तारी की रणनीति बनाई गई और डीएसपी बीके पटेल के नेतृत्व में एक छापामार दल सतना आया।
दोपहर 12 बजे उपयंत्री फोन पर बात कराकर राशि देने के लिए बुलाया। आरोपी महेश प्रताप सिंह उर्फ पप्पू पिता शीतला सिंह बिसेन जैसे ही सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मोटल तिराहे में एटीएम बूथ के पास पहुंचा,उसे गिरफ्तार कर लिया गया। लोकायुक्त की टीम आरोपी को हिरासत में लेकर सिविल लाइन थाने पहुंची। आरोपी मूलत: रीवा जिले के बदरांव गांव का रहने वाला है और कई वर्षों से यहां सतना स्थित पुष्पराज कालोनी में रह रहा था।
पकड़ के बाद भी टीम को धमकियां-
लोकायुक्त के हत्थे चढऩे के बाद भी आरोपी महेश प्रताप सिंह के हौसले बुलंद थे। उसने स्वयं को कांग्रेस का सक्रिय कार्यकर्ता बताते हुए प्रतापगढ़ के राजा भैय्या से लेकर चित्रकूट के कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी तक से अपने करीबी रिश्तों का हवाला देकर देख लेने और वर्दियां उतरवा देने की धमकियां दीं। इस धरपकड़ में इंस्पेक्टर अनूप सिंह ठाकुर , प्रधान आरक्षक विपिन त्रिवेदी, आरक्षक धर्मेन्द्र जायसवाल, मुकेश मिश्रा और मनोज मिश्रा समेत 10 सदस्यीय टीम शामिल थी।
Created On :   5 Dec 2019 4:56 PM IST