सेना को भेजे 367 युद्धक वाहनों में फॉल्ट, 60 की स्पीड पर बहक रहे

Fault in 367 combat vehicles sent to army, drifting at 60 speed
सेना को भेजे 367 युद्धक वाहनों में फॉल्ट, 60 की स्पीड पर बहक रहे
सेना को भेजे 367 युद्धक वाहनों में फॉल्ट, 60 की स्पीड पर बहक रहे

रक्षा मंत्रालय की आपत्ति के बाद हुई जाँच, ब्रेक बूस्टर में निकली खराबी, अब देश भर में बदलाव की प्रक्रिया शुरू 
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
सेना को सप्लाई होने वाले युद्धक वाहन एलपीटीए और स्टेलियन में बड़ा फॉल्ट सामने आया है। खामी यह है कि 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकडऩे के साथ वाहन बहककर सड़क से उतर रहे हैं। रक्षा मंत्रालय ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है लिहाजा, अब इन वाहनों में सुधार की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पता चला है कि वाहन निर्माणी से एक-एक कर कई टीमें अलग-अलग सैन्य डिपो के लिए रवाना की गई हैं। सूत्र बताते हैं कि ऐसे 367 वाहन हैं जिनमें इस तरह का फॉल्ट मिला है।  वाहन निर्माणी में पिछले दिनों तैयार हुए एलपीटीए व स्टेलियन में कुछ ऐसे पार्टस लगा दिए गए जो भारतीय सेना के लिए परेशानी खड़ी कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि डिपो में पहुँचने के साथ जब वाहनों को दौड़ाया गया तो इस तरह की खामी उजागर हुई। बीते दिनों हैडक्वार्टर में खबर पहुँचने के साथ ही हड़कम्प की स्थिति बनी। 
* 40-50 किमी की रफ्तार से आगे बढऩे पर ही एलपीटीए और स्टेलियन लहराने लगता है। 
* 60 की स्पीड पार होने के बाद ट्रकों का पुलिंग इफैक्ट खतरनाक स्थिति तक पहुँच जाता है। 
* ब्रेक मारने पर वाहन तेजी के साथ रुक नहीं पाता, बल्कि 20 मीटर तक खिसक जाता है। 
* ब्रेक लगाने पर ट्रक एकतरफा राइट साइड में बहक रहे हैं, बड़ी दुर्घटना का खतरा बन रहा।
ब्रेक बूस्टर में गड़बड़ी, मटेरियल वापस
इस पूरे मामले की जब कंट्रोलर ऑफ क्वॉलिटी एंड एश्योरेंस (सीक्यूएंडए) ने छानबीन की तो पता चला कि ट्रकों के ब्रेक बूस्टर में प्रॉब्लम है। इसके बाद इधर वीएफजे में एलपीटीए और स्टेलियन के लिए मटेरियल उपलब्ध कराने वाली फर्मों को तलब किया गया। सूत्र बताते हैं कि मटेरियल वापस हुआ और नए उपकरण बुलाए गए। इसके बाद दिल्ली से हरी झण्डी मिलने के बाद आगे की उत्पादन प्रक्रिया  शुरू की गई। 
 डिपो में अटके वाहन 
वीएफजे से डिपो के लिए सप्लाई किए गए सेना के ट्रकों को क्लियरेंस नहीं दिया जा सका है। सूत्रों का कहना है कि ये ट्रक दिल्ली, अवाड़ी, मुबई, इलाहाबाद और चेन्नई सहित अन्य डिपो में सप्लाई किए गए थे। हाल ही में एक टीम इलाहाबाद से लौटी है तथा एक अन्य टीम को मुंबई के लिए रवाना किया जा रहा है। 
सुधार के लिए टीमें रवाना 
बीच में इस तरह की परेशानियाँ आई थीं। खामी का पता चलने के बाद मंजूरी मिलने पर ही प्रोडक्शन शुरू कराया गया था। जो गाडिय़ाँ डिस्पेच हो चुकी थीं उन पर टीमें भेजकर सुधार कराया जा रहा है। एक टीम हाल ही में इलाहाबाद से लौटी है। 
-अतुल गुप्ता, महाप्रबंधक, वीएफजे।
 

Created On :   25 Feb 2021 2:12 PM IST

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