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जिला निर्माण के 23 वर्ष बाद भी शुरू नहीं हुआ एफडीए कार्यालय
डिजिटल डेस्क, संतोष शर्मा, गोंदिया. जिले का निर्माण 1 मई 1999 को तत्कालीन भंडारा जिले का विभाजन कर किया गया था। इसके पीछे उद्देश्य यह था कि दोनों जिलों का विकास तेजी से होगा और यहां की सामान्य जनता को इसका लाभ होगा। लेकिन अब गोंदिया जिला बने 23 वर्ष बीत गए और एक सदी भी बदल गई। लेकिन सीधे आम जनता के स्वास्थ्य से जुड़े अन्न व औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) का पूर्णकािलक कार्यालय अभी भी जिले में शुरू नहीं हो पाया है। अभी भी इस विभाग का कामकाज भंडारा जिले से ही चल रहा है। इस अवधि में कितनी बार सरकार बदली और कई पालकमंत्री भी बदल गए। लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा। जबकि यह विभाग सीधे जनस्वास्थ्य से जुड़ा है।
जिले में 8 तहसीलों का समावेश है और जिले की जनसंख्या 13 लाख से अधिक है। यहां अनेक बड़े व्यवसाय है, सैकड़ों की तादाद में अस्पताल और मेडिकल स्टोर हैं। किरानेे के साथ ही खाद्य पदार्थों की हजारों दुकाने हैं एवं होटल्स आदि हैं। इन सभी की समय-समय पर जांच कर नियमों का उल्लंघन पाए जाने की स्थिती में उन पर कार्रवाई करने के लिए शासन की ओर से फुड एंड ड्रग विभाग का निर्माण किया गया है। दोनों विभागों के निरीक्षकों को अपने कार्यक्षेत्र में नियमित निरीक्षण कर जांच करने, खाद्य पदार्थों के सैंपल्स लेने एवं सैंपल फेल होने की स्थिती में संबंधित व्यक्ति अथवा प्रतिष्ठान पर कार्रवाई करने के अधिकार है। लेकिन जिले में इस विभाग का कार्यालय ही नहीं है। जिसके कारण कई प्रकार का गोरखधंदा खुलेआम चल रहा है। अन्न निरीक्षक बड़े त्यौहारों के समय जिले में कुछ स्थानों पर छापामार कार्रवाई कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं। लेकिन इसके लिए केवल उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता। क्योंकि वर्तमान में केवल दो अन्न निरीक्षकों पर सारे गांेदिया जिले की जिम्मेदारी है। वहीं औषधि विभाग की स्थिति तो और भी दयनीय है। एक ही औषधि निरीक्षक पिछले 6-7 वर्षों से दोनों जिलों की जिम्मेदारी संभाल रहा है। अब ऐसे में जब न कार्यालय है और न कर्मचारी तो विभाग आखिर अपनी जिम्मेदारी कैसे निभाए? यह एक प्रश्नचिन्ह बना हुआ है। इसके लिए जनप्रतिनिधि भी उतने ही जिम्मेदार है, जितनी राज्य सरकार।
इस संबंध में जानकारी लेने पर भंडारा के सहायक ड्रग कमिशनर बल्लाड ने बताया कि उनके पास गोंदिया के अलावा भंडारा एवं नागपुर जिले की भी जिम्मेदारी है। एक औषधि निरीक्षक ही दोनों जिलों का काम देख रहा है। अभी एक नए निरीक्षक की पोस्टिंग होने की सूचना मिली है, लेकिन वह कब कार्यभार संभालेगा? कुछ कहा नहीं जा सकता।
गोंदिया के लिए दो निरीक्षक
ए.पी. देशपांडे, सहायक आयुक्त, अन्न (एफडीए) के मुताबिक अन्न विभाग के पास फिलहाल गोंदिया जिले के लिए दो निरीक्षक उपलब्ध हैं, जो जिले में काम कर रहे हैं। सुचारू काम के लिए और निरीक्षकों की आवश्यकता है। जहां तक गोंदिया जिले में स्वतंत्र कार्यालय की बात है, यह शासन का विषय है।
Created On :   22 Dec 2022 6:53 PM IST