Gondia news: रिमॉडलिंग के बाद गोंदिया यार्ड में 10 रेल लाइनें और 505 रूट होंगे

रिमॉडलिंग के बाद गोंदिया यार्ड में 10 रेल लाइनें और 505 रूट होंगे
  • गोंदिया को बनाया जाएगा मुख्य जंक्शन
  • परियोजना 3 हजार 544 करोड़ की लागत से विकसित की जा रही

Gondia News दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत गोंदिया स्टेशन में रेलवे परिचालन को आधुनिक और अधिक कुशल बनाने का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। राजनांदगांव-कलमना तीसरी रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत गोंदिया स्टेशन किए जा रहे यार्ड रिमॉडलिंग कार्यों से रेल नेटवर्क को मजबूती मिलेगी।

ज्ञात हो कि राजनांदगांव-कलमना तीसरी लाइन परियोजना की लंबाई 228 किलोमीटर है एवं यह परियोजना 3 हजार 544 करोड़ की लागत से विकसित की जा रही है। इस परियोजना के अंतर्गत लगभग 193 किलोमीटर कार्य पूर्व कर लिया गया है और तीसरी लाइन जुड़ चुकी है। इसके फलस्वरूप ट्रेनों की समयबद्धता और संचालन क्षमता में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी होगी। इस खंड के शेष 35 किमी में से गुदमा-गोंदिया-गंगाझरी सेक्शन में 24 किमी का कार्य पूरा कर लिया गया है और लगभग 11 किमी सालेकसा-दरेकसा खंड का कार्य प्रगति पर है।

23 अप्रैल से 6 मई 2025 तक तीसरी लाइन परियोजना से संबंधित गोंदिया स्टेशन में यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के लिए 14 दिनों का प्री-नॉन इंटरलॉकिंग, नॉन इंटरलॉकिंग के जरिये गोंदिया स्टेशन को एक आधुनिक, मल्टी-डायरेक्शनल इंटरचेंज स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना के पूर्ण होने से इस खंडे के गुदमा-गोंदिया-गंगाझरी सेक्शन में 24 किमी की तीसरी लाइन चालू हो जाएगी,। जिससे ट्रेनों की निर्बाध परिचालन सुनिश्चित होगी।

रिमॉडलिंग के पश्चात गोंदिया यार्ड में कुल 10 रेल लाइनें और 505 रूट होंगे। जिससे यह चार दिशाओं दुर्ग, नागपुर, जबलपुर और बल्लारशाह के लिए गोंदिया स्टेशन प्रमुख जंक्शन बन जाएगा। पुरानी रूट रिले इंटरलॉकिंग प्रणाली को अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में परिवर्तित किया जाएगा। इस रिमॉडलिंग कार्य के अंतर्गत 8 पुराने पॉइंट्स को हटाया गया और 16 नए पॉइंट्स जोड़े गए। जबकि 1400 मीटर ट्रैक को बदला गया, 44 ओएचई मास्ट और 4 पोर्टल हटाए गए तथा 55 नए मास्ट व 5 पोर्टल लगाए गए। 3.5 किमी ओएचई प्रणाली को अपग्रेड किया गया व लाइन नंबर 9 और 10 के ट्रामवे ओएचई का भी संशोधन हुआ। इसके अलावा गोंदिया-बिरसोला सेक्शन की यांत्रिक इंटरलॉकिंग को इलेक्ट्रॉनिक पैनल आधारित प्रणाली में बदला गया है और गुदमा-गंगाझरी के बीच 24 किलोमीटर की द्वि-दिशात्मक ऑटो सिग्नलिंग प्रणाली भी स्थापित की जा रही है।

बिना किसी सतही क्रॉसिंग के जा सकेंगी ट्रेन : इस कार्य में 425 श्रमिक, 25 पर्यवेक्षक, 20 इंजीनियर और 12 वरिष्ठ अधिकारी दिन रात लगे हैं। टी-28, यूनीमैट, सीएसएम जैसी आधुनिक मशीनों के साथ जेसीबी, हाइड्रा व ट्रैक्टर आदि मशीनों की सहायता भी कार्यो में ली जा रही है। इस परियोजना के पूर्ण होने से गुदमा-गोंदिया-गंगाझरी सेक्शन में 24 किमी की तीसरी लाइन चालू हो जाएगी। जिससे ट्रेनों की निर्बाध परिचालन सुनिश्चित होगी। गोंदिया आरओआर (रेल ओवर रेल) के चालू हो जाने से जबलपुर से आने वाली ट्रेनें बल्लारशाह दिशा में बिना किसी सतही क्रॉसिंग के जा सकेंगी। इससे प्रमुख मार्गों पर ट्रेनों की समयबद्धता में वृद्धि होगी। हावड़ा-मुंबई मेन लाइन पर स्थित गोंदिया स्टेशन की क्षमता में वृद्धि होगी तथा इस सेक्शन में ट्रेन परिचालन में गतिशीलता आएगी। साथ ही संरक्षा में भी वृद्धि होगी। इस परियोजना का लाभ इस अंचल के यात्रियों तथा व्यापार को भी मिलेगा।


Created On :   3 May 2025 5:39 PM IST

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