एटीएम क्लोनिंग करने मुंबई तक लगाते थे फेरी

Ferry used to run ATM cloning till Mumbai
एटीएम क्लोनिंग करने मुंबई तक लगाते थे फेरी
एटीएम क्लोनिंग करने मुंबई तक लगाते थे फेरी

गिरोह का प्रत्येक सदस्य जालसाजी से कमाता था हर माह 1 लाख 
डिजिटल डेस्क जबलपुर।
 एटीएम का क्लोन तैयार कर जालसाजी करने के मामले में पकड़े गये गिरोह के एक सदस्य ने इस ठगी के कारोबार का पूरा सच उजागर कर दिया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य योजना बनाकर प्रतापगढ़ से कार में सवार होकर निकलते थे और मुंबई के रास्ते पडऩे वाले शहरों में डेरा  जमाकर लोगों को अपना निशाना बनाते हुए आगे बढ़ जाते थे। पकड़े गये आरोपी का एक सगा भाई और एक साला भी गिरोह में शामिल है। 
  ज्ञात हो कि अधारताल थाना क्षेत्र में एटीएम की क्लोनिंग करके ठगी की वारदात को अंजाम देने के मामले में पनागर क्षेत्र में एक ठग अब्दुल कलाम उम्र 39 वर्ष को कार क्रमांक एमएच 03 बीसी 9998 के साथ पकड़ा गया था। पुलिस कार्रवाई की जानकारी लगते ही उसके बाकी 5 साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गये थे। सूत्रों के अनुसार पकड़े गये आरोपी ने पूछताछ में बताया था कि वे लोग योजना बनाकर प्रतापगढ़ से मुंबई जाने के लिए निकलते थे और रास्ते में हर शहर में वारदात को अंजाम देते थे। इस दौरान उसके साथ उसका भाई सैय्यद खान व उसका साला ओमप्रकाश जायसवाल व जाहिद अली, वसीम व नसरुद्दीन शामिल रहते थे। सभी लोग मिलकर जिस शहर में एटीएम की क्लोनिंग करते थे वहाँ से अगले पड़ाव पर पहुँचकर एटीएम से पैसा निकालकर आगे बढ़ जाते थे। आरोपी ने कबूल किया कि गिरोह के सभी 6 सदस्यों को हर माह करीब एक से डेढ़ लाख रुपये मिल जाते थे। आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस फरार हुए अन्य 5 आरोपियों की पतड्डसाजी में जुटी है।
 

Created On :   8 Jan 2020 1:37 PM IST

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