नकली रेमडेसिविर मामले में सिटी अस्पताल संचालक मोखा के खिलाफ एफआईआर

FIR against city hospital operator Mokha in fake Remedesvir case
नकली रेमडेसिविर मामले में सिटी अस्पताल संचालक मोखा के खिलाफ एफआईआर
नकली रेमडेसिविर मामले में सिटी अस्पताल संचालक मोखा के खिलाफ एफआईआर

डिजिटल डेस्क जबलपुर । गुजरात की फैक्ट्री से नकली रेमडेसिविर की खेप जबलपुर लाई जाने के मामले की जाँच के उपरांत ओमती पुलिस ने सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा व दवा सप्लायर सपन जैन व अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं जबलपुर से  इंदौर गई पुलिस टीम ने वहाँ पर एक अन्य संदेही प्रखर कोहली को अभिरक्षा में लिया है, जिसे जबलपुर लाकर पूछताछ की जाएगी।  पुलिस सूत्रों के अनुसार अप्रैल माह में कोरोना संक्रमण विस्फोटक होने व रेमडेसिविर की किल्लत हो रही थी। उस दौरान सिटी अस्पताल संचालक को जानकारी लगी कि सूरत में इंजेक्शन मिल सकते हैं। उसके बाद मोखा ने अपने कर्मचारी देवेश चौरसिया निवासी अधारताल से कहकर दवा सप्लायर सपन जैन को रीवा निवासी सुनील मिश्रा उर्फ शिवेंद्र कुशवाहा का नंबर मुहैया कराया था। सपन ने सुनील से संपर्क किया था और दोनों के बीच करीब 5 सौ इंजेक्शन की डील हुई थी। जाँच उपरांत अस्पताल संचालक सरबजीत सिंह मोखा दवा सप्लायर सपन जैन, अस्पताल कर्मी देवेश चौरसिया व अन्य के खिलाफ नकली इंजेक्शन बेचने व गैर इरादतन हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि नकली रेमडेसिविर बेचने का कारोबार प्रदेश के कई जिलों में फैला रहा है। पता चला है कि संक्रमण की दूसरी लहर में एक लाख नकली इंजेक्शनों को बेचा गया और उसके एवज में लाखों-करोड़ों की रकम जुटाई गई।
पुलिस जब्त करेगी सीसीटीवी की डीवीआर 
सूत्रों के अनुसार रविवार को पुलिस की एक टीम सिटी अस्पताल पहुँची थी और सीसीटीवी कैमरों की जाँच की। इस दौरान सीसीटीवी कंट्रोल में पहुँचकर फुटेज खंगाली गई लेकिन अप्रैल माह की फुटेज डिलीट होना बताया गया। अब पुलिस सीसीटीवी की डीवीआर जब्त कर उसकी जाँच करेगी जिससे यह साबित हो सके कि इंजेक्शन की डिलीवरी देने सपन सिटी अस्पताल पहुँचा था।   
जाँच में पता चला कि रीवा निवासी सुनील द्वारा इंजेक्शन की खेप जबलपुर पहुँचाने में आनाकानी की गई, जिसके बाद इंजेक्शन लाने के लिए मोखा ने इंदौर निवासी प्रखर कोहली से संपर्क किया और फिर प्रखर ने 23 अप्रैल व 28 अप्रैल को नकली इंजेक्शन की खेप अम्बे ट्रेवल्स के माध्यम से जबलपुर लाई थी। यहाँ टेवल्स एजेंसी के ऑफिस से देवेश ने इंजेक्शन की डिलीवरी लेकर सिटी अस्पताल पहुँचाई थी।
जाँच के बाद दर्ज हुआ मामला 
* नकली रेमडेसिविर बेचने के मामले की जाँच के बाद अस्पताल संचालक सहित अन्य के खिलाफ नकली इंजेक्शन बेचने व गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। 
सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी
 

Created On :   10 May 2021 2:03 PM IST

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