पैथालॉजी लैब रिपोर्ट पर डिजिटल हस्ताक्षर करने वाले पांच डॉक्टर निलंबित

Five doctors suspended for digital signature on Pathology Lab Report
पैथालॉजी लैब रिपोर्ट पर डिजिटल हस्ताक्षर करने वाले पांच डॉक्टर निलंबित
पैथालॉजी लैब रिपोर्ट पर डिजिटल हस्ताक्षर करने वाले पांच डॉक्टर निलंबित

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पैथालॉजी लैब रिपोर्ट पर डिजिटल हस्ताक्षर करने वाले पांच डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया है इसके अलावा तीन और शिकायतों की जांच की जा रही है। मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री रविंद्र चव्हाण ने विधानसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फिलहाल राज्य में 3161 एमडी पैथलॉजिस्ट ही हैं और डॉक्टरों की कमी के चलते कई पैथालॉजी लैब डॉक्टरों से डिजिटल हस्ताक्षर लेकर रिपोर्ट दे रहे हैं लेकिन यह गैरकानूनी है और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

राज्य में चल रहे अवैध पैथलॉजी लैब पर विधानसभा में एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर सुनील प्रभू, मनीषा चौधरी आदि सदस्यों के सवालों के जवाब देते हुए चव्हाण ने बताया कि महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ प्रैक्टिसिंग पैथलॉजिस्ट एंड मायक्रोबायोलॉजिस्ट संगठन की शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई। चव्हाण ने बताया कि पैथालॉजिस्ट के रिक्त पदों को भरने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि शिकायतों पर कार्रवाई का अधिकार महाराष्ट्र वैद्यकीय परिषद को है और शिकायत मिलने पर अवैध लैब के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।

सदस्यों ने 24 मई 2016 के शासन निर्णय को अब तक लागू न किए जाने से जुड़ा सवाल किया जिस पर चव्हाण ने बताया कि फिलहाल यह मामला मुख्यमंत्री के पास है और अगले एक महीने में इस पर फैसला ले लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पैथलॉजी में नई तकनीक आ गई है अब रक्त की एक बूंद डालते ही मशीन खून में मौजूद तत्वों और बीमारियों की जानकारी दे देती है लेकिन कैंसर और टीबी जैसी बीमारियों का पता लगाने के लिए अब भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की जरूरत पड़ती है। 

बढ़ेगी सीटें

वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने भी एमडी पैथलॉजिस्ट की कमी की बात स्वीकार करते हुए कहा कि इसके लिए मुंबई में सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर 100 करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।  
 

Created On :   26 Jun 2019 9:25 AM GMT

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