रेत की खातिर ठेका कंपनी ने खैरघाट में रौंदे नियम

For the sake of sand, the contract company trampled the rules in Khairghat
रेत की खातिर ठेका कंपनी ने खैरघाट में रौंदे नियम
बावनथड़ी नदी की बीच धार में उतारी पोकलेन रेत की खातिर ठेका कंपनी ने खैरघाट में रौंदे नियम

डिजिटल डेस्क सिवनी। रेत ठेका कंपनी जयमहाकाल एसोसिएट्स के कर्ता-धर्ताओं द्वारा खैरघाट रेत खदान में नियमों को रौंदे जाने का बड़ा मामला सामने आया है। शनिवार सुबह रेत की खातिर कल-कल बहती बावनथड़ी नदी की बीच धार में पोकलेन मशीन उतार दी गई। यह स्थिति भी तब जबकि 0.50 हेक्टेयर वाली खैरघाट रेत खदान में मशीन के उपयोग की अनुमति सिआ नहीं देता हैे। एनजीटी ने भी नदी की बीच धारा या उसके प्रवाह को मशीनों आदि से अवरुद्ध कर रेत के खनन पर प्रतिबंध लगा रखा है। ठेका कंपनी द्वारा सरेआम नियम रौंदे जाने का वीडियो और फोटो जैसे ही वायरल हुआ कुरई से लेकर सिवनी तक हल्ला मच गया। बावजूद इसके मौके पर न तो खनिज विभाग का अमला पहुंचा और न ही पुलिस व प्रशासन की टीम ही वहां कार्रवाई करने पहुंची। जिला खनिज अधिकारी आर.के. खातरकर ने जरूर यह कहा कि-",खैरघाट खदान में नदी के भीतर मशीन उतारकर रेत निकाले जाने की सूचना मिली है। इसकी जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।Ó
ठेके और कंपनी से सरोकार से इंकार-
अब तक जय महाकाल एसोसिएट्स के प्रोप्राइटर/अधिकृत व्यक्ति के रूप में खनिज महकमे से लेकर मीडिया के सामने आने वाले बालाघाट के विजय गोस्वामी (बंटी) सहित रेत ठेका कंपनी  के मुख्य कर्ताधर्ता रहे सिवनी के संतोष पंजवानी (नानू) ने शनिवार को जयमहाकाल एसोसिएट्स से किसी भी तरह के सरोकार से इंकार कर दिया। दैनिक भास्कर से बातचीत में नानू और बंटी ने कहा कि जयमहाकाल एसोसिएट्स और सिवनी जिले के रेत ठेके से हमारा कोई लेना-देना और संबंध नहीं है।

Created On :   23 Oct 2021 5:36 PM GMT

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