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जेल से बाहर आए पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख, खुली जीप में घर तक का सफर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भ्रष्टाचार और 100 करोड़ रुपए की अवैध वसूली के आरोपों में घिरे राकांपा के वरिष्ठ नेता तथा प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख बुधवार को लगभग 13 महीने बाद जेल से बाहर आ गए। बाम्बे हाईकोर्ट ने मंगलवार को देशमुख की जमानत पर लगी रोक को बढ़ाने से इनकार कर दिया था। इसी के साथ ही देशमुख के रिहाई का रास्ता साफ हो गया था। बुधवार को देशमुख की जमानत की औपचारिकताएं पूरी होने के बाद विशेष अदालत की ओर से उनके रिहाई का आदेश जारी किया गया। इसके बाद देशमुख आर्थर रोड जेल से बाहर आये। देशमुख की रिहाई को राकांपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जश्न में बदल दिया। राकांपा के कार्यकर्ताओं ने ढोल, पटाखे और मिठाइयां बांटकर उनका स्वागत किया। देशमुख से जेल से निकलते हुए राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील, विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार, सांसद प्रफुल्ल पटेल सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। जेल से छूटने के बाद देशमुख अपने पुराने तेवर में दिखे। देशमुख ने कहा कि मुझे झूठे आरोपों में फंसाया गया था। लेकिन आरोपों में कोई तथ्य नहीं थे। उन्होंने कहा कि मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने मुझ पर 100 करोड़ रुपए की वसूली का आरोप लगाया था। लेकिन परमबीर ने ही चांदीवाल समिति के पास हलफनामा दाखिल किया कि उन्होंने सुनी सुनाई बातों के आधार पर 100 करोड़ रुपए के वसूली का आरोप लगाया था। देशमुख ने कहा कि परमबीर के करीबी रहे बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वझे के खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं। वझे की हत्या के दो मामलों में गिरफ्तारी हो चुकी है और तीन बार उसे पुलिस सेवा से निलंबित किया जा चुका है। इसलिए अदालत ने भी कहा है कि वझे के साक्ष्य पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। देशमुख ने कहा कि मुझे बेहद दुख है कि झूठे आरोपों में इतने महीने तक जेल में रहना पड़ा। लेकिन मुझे न्याय देवता पर पूरा विश्वास है। मुझे न्यायमूर्ति ने न्याय दिया है। इससे पहले बाम्बे हाईकोर्ट ने देशमुख को 12 दिसंबर को एक लाख रुपए के निजी मुचलके पर शर्तों के साथ जमानत दे दिया था। लेकिन अदालत ने सीबीआई को सुप्रीम कोर्ट में जाने के लिए अपने आदेश पर 27 दिसंबर तक के लिए रोक लगा दी थी। सीबीआई हाईकोर्ट के जमानत आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में गई है। लेकिन वहां अब तक सुनवाई नहीं हो पाई है। इससे पहले देशमुख को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2 नवंबर 2021 में गिरफ्तार किया था।
खुली जीप में घर तक का सफर
जेल से छूटने के बाद देशमुख ने राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार, जयंत पाटील, दिलीप वलसे-पाटील और छगन भुजबल से मुलाकात की। अजित देशमुख के स्वागत के लिए नागपुर में शीत सत्र को छोड़कर मुंबई में आए थे। जेल से निकलने के बाद देशमुख खुली जीप में वरली स्थित अपने घर की ओर रवाना हुए। देशमुख की जीप में उनके साथ जयंत पाटील और राकांपा सांसद सुप्रिया सुले मौजूद थीं। जेल से लेकर घर तक के सफर में सड़कों पर राकांपा के कार्यकर्ताओं का हुजूम नजर आया। जेल के बाहर शिवसेना के कार्यकर्ता भी देशमुख के स्वागत के लिए मौजूद थे।
सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन
जेल से निकलने के बाद देशमुख ने पत्नी आरती देशमुख के साथ प्रभादेवी स्थित सिद्धिविनायक मंदिर में जाकर दर्शन किया। आरती मंदिर के प्रवेश द्वार पर देखते हुए बेहद भावूक हो गई। इसके बाद देशमुख ने उन्हें गले लगाया। जिसके बाद वे दर्शन के लिए मंदिर में गए।
Created On :   28 Dec 2022 8:51 PM IST