समुद्र तट पर हथियारों वाली नाव मिलने से हडकंप

Found a boat with weapons on the beach of Raigad stirred up
समुद्र तट पर हथियारों वाली नाव मिलने से हडकंप
रायगढ़ समुद्र तट पर हथियारों वाली नाव मिलने से हडकंप

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के रायगढ जिले के हरिहरेश्वर समुद्री तट के किनारे मिली नाव में 3 एके 47 रायफल, विस्फोटक सामग्री व कारतूस मिलने के बाद गुरुवार की दोपहर हडकंप मच गया। इसको लेकर राज्यभर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था। बाद में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानमंडल के दोनों सदनों में साफ किया है कि मामले की अब तक की जांच में कोई आतंकी पहलू सामने नहीं आया है। जांच एजेंसी हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। यह बोट मस्कट से यूरोप जा रही थी और रास्ते में इसका इंजन खराब हो गया जिसकी वजह से यह पानी के बहाव में रायगढ़ के तट पर आ गई। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मशीनरी इस मामले को लेकर लगातार हमारे संपर्क में है और मामले की जांच अभी प्रगति पर है।

राज्य के गृहमंत्री श्री फडणवीस ने बताया कि समुद्री किनारे से मिली नाव का नाम लेडी हान है और इसकी मालकिन आस्ट्रेलिया की लाउसर्गन नामक महिला है। इस नाव के कप्तान आस्ट्रेलियाई महिला के पति जेम्स हार्बट है। यह नाव मस्कट से यूरोप जा रही थी और इसी दौरान रास्ते में इसका इंजन खराब हो गया था। हाईटाइड की वजह से बोट को वहां के लोग रेस्क्यू नहीं कर पाए जिसके चलते यह बोट ओमान से भटक कर महाराष्ट्र के समुद्री किनारे पर पहुच गई। बोट के खलासियों ने मदद के लिए कॉल किया था। इसके बाद एक कोरियन युद्ध नौका ने बोट में मौजूद खलासियों को बाहर निकाल कर उन्हें ओमान को सौंप दिया था। लेडी हॉन नाव  टोइंग नहीं की जा सकी। जिसके चलते वह समुद्री प्रवाह में भटकती हुई हरिहरेश्वर तट के पास आ लगी।

उन्होंने कहा कि चूंकि त्योहारो का मौसम चल रहा है इसलिए सबको अलर्ट पर रखा गया है और सुरक्षा के लिहाज से नाकाबंदी जारी है। गौरतलब है कि गुरुवार की सबुह मछुआरों को समुद्री किनारे पर भटकती 16 मीटर लंबी क्षतिग्रस्त संदीग्ध नाव दिखी थी। इसके बाद इसकी जानकारी कोस्टगार्ड को दी गई। जब इसकी जांच की गई तो इसमें एके 47 राइफल व अन्य विस्फोटक सामग्री व कुछ दस्तावेज मिले। यह दस्तावेज इस नाव से जुड़े है। आतंकतवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) भी मामले की छानबीन में जुटा है। एटीएस प्रमुख विनित अग्रवाल ने कहा कि हम इस मामले की आतंकी पहलू से पड़ताल कर रहे है और यह पता लगाने में जुटे है कि हथियार को नाव में रखने का क्या मकसद था। शुरुआती जांच में पता चला है कि संदिग्ध नाव ओमान में पंजीकृत है। हर पहलू से इस मामले की जांच की जा रही है। इधर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम भी घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन करेगी। उल्लेखनीय है कि 1993 में मुंबई में हुए धमाके के लिए विस्फोटक सामग्री रायगढ के समुद्री किनारे से लाई गई थी। जबकि 26/11 मुंबई आतंकी हमले में शामिल आतंकी समुद्री रास्ते से ही मुंबई में दाखिल हुए थे। 


 

Created On :   18 Aug 2022 9:36 PM IST

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