घर बैठे रोजगार का झांसा देकर सवा करोड़ की ठगी !

Fraud of one and a quarter crores by swindling employment from home!
 घर बैठे रोजगार का झांसा देकर सवा करोड़ की ठगी !
 घर बैठे रोजगार का झांसा देकर सवा करोड़ की ठगी !


 डिजिटल डेस्क सतना। जिला मुख्यालय समेत जिले के कस्बाई और ग्रामीण इलाकों में घर बैठे रोजगार का झांसा देकर तकरीबन सवा करोड़ की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मामल पुलिस के संज्ञान में आने के साथ ही कथित सरगना राजेश तिवारी अपने अन्य सहयोगियों के साथ रहस्यमयी अंदाज में भूमिगत हो गया है। गुरुवार को इस मामले में हालात उस वक्त हंगामाई हो गए जब ठगी के शिकारों को पता चला कि आर्टिफीशियल गैलेरी के  गढिय़ा टोला स्थित किराए के मकान के दफ्तर में ताला बंद होने के साथ सरगना समेत सभी संंबंधितों के साथ मोबाइल भी स्विच ऑफ हैं। ये खबर जैसी फैली आनन फानन में 100 से भी ज्यादा शिकायतकर्ता सिविल लाइन थाने पहुंच गए। प्रभावितों के एक प्रतिनिधि मंडल ने बाद में एसपी रियाज इकबाल से मिल कर भी वस्तुस्थिति बताई। 
धरपकड़ के लिए साइबर सेल सतर्क -
 एसपी ने मामला संज्ञान में आने पर सरगना समेत सभी संबंधितों की धरपकड़ के लिए साइबर सेल का अलर्ट कर दिया है। बताया गया है कि  आर्टिफीशियल गैलेरी  
 के नाम पर कथित सरगना जिले में विगत 5 माह से ठगी का गोरखधंधा चला रहा था। विगत 8 जनवरी को इसकी गतिविधियों की आशंका होने पर कुछ प्रभावितों ने मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की। सिविल लाइन ने जैसे ही पूछताछ शुरु की, वैसे ही सरगना अपने अन्य साथियों के साथ दफ्तर बंद कर भूमिगत हो गया। माना जा रहा है कि जिले के हजार से ज्यादा लोगों को तकरीबन डेढ़ करोड़ का चूना लगाकर ठगराज चंपत हो चुका है। 
 पूरे जिले में फैला था जालसाजी का जाल -
बताया गया है कि घर बैठे रोजगार का झांसा देकर ठगों के एक गिरोह ने जिला मुख्यायल समेत समूचे जिले में जालसाजी का जाल फैला रखा था।  आर्टिफीशियल गैलेरी के नाम पर गिरोह के सरगना ने यहां एक दर्जन स्थानीय युवक एवं युवतियों को रोजगार में भी लगा रखा था। इसके अलावा उचेहरा समेत कई कस्बों में उसने इस बात की फ्रैंचाइजी भी दे रखी थी। उचेहरा के कुंदहरी निवासी शारदा प्रसाद सिंह के मुताबिक उनके 1 लाख 65 हजार रुपये डूब गए। इसी प्रकार तिघरा के मनीष सेन को जहां 75 हजार की चोट लगी, वहीं उनके परिचितों के लगभग 2 लाख रुपये फंस गए। बताया गया है कि ये तो महज नमूने हैं। 
 ऐसे फंसाया चंगुल में -
आर्टिफीशियल गैलेरी के नाम पर सरगना के एजेंट 7 दिन में 10 माल पिरो कर देने पर 10 रुपये के भुगतान का ऑफर देते थे। शर्त ये थी कि माला गंूथने के लिए मनके, धागा और सुई दिए जाने के एवज में एक हजार रुपये की अमानत राशि जमा करनी होगी। घर बैठे ज्यादा से ज्यादा मेहनताना कमाने के लिए लोगों ने कच्चा माल लेने के एवज में 5-5 हजार रुपये तक की अमानत राशि जमा करनी शुरु कर दी। गोरखधंधा जब चल निकला तो गिरोह के सरगना ने इस आशय की स्कीम लांच कर दी कि इस काम में 5 लोगों को जोडऩे पर 500 रुपये बतौर बोनस अलग से दिए जाएंगे। इतना ही नहीं एक हजार का कच्चा माल लेने पर जहां अभी 10 हजार का माल लेने पर अभी तक हजार रुपए मिलते थे, वहीं इस राशि को भी बढ़ाकर 15सौ रुपए कर दिया गया। लोभ और बढ़ा तो होड़ लग गई। एक अन्य स्कीम के तहत ठगराज ने 50 हजार का कच्चा माल लेने पर एक लाख के मुनाफे का दांव मारा और लगभग डेढ़ करोड़ की मोटी रकम लेकर भूमिगत हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

Created On :   10 Jan 2020 8:18 AM GMT

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