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इंजीनियरिंग स्टूडेंट की मदद से इस तरह एटीएम में धोखाधड़ी कर लाखों उड़ाए

डिजिटल डेस्क जबलपुर । एटीएम से धोखाधड़ी करने के लिए छतरपुर निवासी एक युवक ने आईटी इंजीनियरिंग की छात्रा की मदद ली। युवक ने बिलहरी क्षेत्र में 6 लोगों के साथ धोखाधड़ी कर एटीएम से रकम निकाली। अंतत: पुलिस ने जालसाज और इंजीनियरिंग छात्रा को इंदौर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि छतरपुर निवासी 28 वर्षीय दीपक सोनी ऐसे एटीएम पर जाया करता था, जहां पर केबिन में दो एटीएम मशीन होती थी। एटीएम के सामने खड़े होकर दीपक सोनी मोबाइल पर बात करता रहता था। जैसे ही कोई एटीएम मशीन में कार्ड स्वैप करता, वह उस व्यक्ति से कहता कि आप दूसरी मशीन से रकम निकाल लें। इस मशीन में उसकी रकम फंसी हुई है। इसके बाद दीपक आकर एटीएम मशीन के सामने खड़ा हो जाता था। जैसे ही रकम निकालने वाला व्यक्ति दूसरी मशीन में कार्ड स्वैप करने के बाद रकम निकालने के लिए पासवर्ड डालता वह शातिर तरीके से अंगुलियों की चाल से पासवर्ड देख लेता था। वह जल्दी से पहली मशीन में पासवर्ड डाल देता। जब तक ग्राहक बाहर नहीं चला जाए तब तक वह इंतजार करता था। इसके बाद वह एटीएम से अधिकतम रकम निकाल लेता था। दीपक ने बिलहरी क्षेत्र में ही 6 लोगों के साथ धोखाधड़ी कर उनके एटीएम से रकम निकाल ली।
दूसरे ट्रांजक्शन में नहीं निकलती है रकम - दीपक सोनी यह अच्छी तरह से जानता था कि ग्राहक के पहली बार कार्ड स्वैप करने को पहला ट्रांजक्शन माना जाएगा। इसकी वजह से ग्राहक के दूसरी एटीएम मशीन में कार्ड स्वैप करने से रकम नहीं निकलती थी। दूसरी मशीन में पैसा नहीं निकलने से परेशान होकर ग्राहक वापस चला जाता था। इसी तकनीकी खामी का फायदा उठाकर दीपक लोगों के साथ धोखाधड़ी किया करता था।
आईटी इंजीनियरिंग छात्रा करती थी मदद - दीपक को एटीएम जालसाजी के गुर छतरपुर निवासी आईटी इंजीनियरिंग की छात्रा शिवानी मतेले ने सिखाए थे। वह वर्तमान में इंदौर में रहकर पढ़ाई कर रही है। पुलिस ने शिवानी मतेले को भी गिरफ्तार कर लिया है। दीपक को जालसाजी में परेशानी होने पर वह शिवानी से मोबाइल पर सलाह लिया करता था। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि दोनों ने मिलकर कहां-कहां धोखाधड़ी की है।
ऐसे हुआ खुलासा -बिलहरी के एक एटीएम में जालसाजी के दौरान दीपक का एटीएम कार्ड मशीन में फंस गया। पुलिस ने जब एटीएम कार्ड की जांच कराई तो उसमें दीपक सोनी का मोबाइल नंबर मिल गया। मोबाइल नंबर को ट्रेस करते हुए पुलिस इंदौर पहुंची और आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
Created On :   26 Sept 2017 1:14 PM IST