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भाजपा संसदीय बोर्ड से गडकरी और शिवराज की छुट्टी, फडणवीस बने सदस्य
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पार्टी की सर्वोच्च निर्णायक संस्था भाजपा संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया गया है। इन दोनों नेताओं की संसदीय बोर्ड के साथ पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति से भी छुट्टी हो गई है। विशेष यह कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को पार्टी की दूसरी सबसे ताकतवर बॉडी केन्द्रीय चुनाव समिति में जगह दी गई है। माना जा रहा है कि संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति में नए सदस्यों का चयन आगे होने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए किया गया है।
संसदीय बोर्ड के सदस्य बने जटिया, येदियुरप्पा
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को पार्टी के संसदीय बोर्ड और केन्द्रीय चुनाव समिति का पुनर्गठन करते हुए इनके नए सदस्यों के नामों की घोषणा की। पार्टी महासचिव अरूण सिंह द्वारा जारी सूचि के मुताबिक जे पी नड्डा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष होंगे, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बी एस येदियुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव और सत्यनारायण जटिया इसके सदस्य होंगे। पार्टी के संगठन महासचिव बी एल संतोष संसदीय बोर्ड के सचिव की हैसियत से रहेंगे।
देवेन्द्र फडणवीस का कद बढ़ा
जारी सूचि के मुताबिक जे पी नड्डा 15 सदस्यीय केन्द्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष होंगे तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बीएस येदियुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल, देवेन्द्र फडनवीस, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, भूपेन्द्र यादव, ओम माथुर और वनथी श्रीनिवासन इसमें बतौर सदस्य शामिल किए गए हैं। संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति से नितीन गडकरी का हटाया जाना जहां आश्चर्यजनक है, वहीं देवेन्द्र फड़नवीस की केन्द्रीय चुनाव समिति में एंट्री उनके बढ़ते कद का परिचायक है। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बाद हुए सत्ता परिवर्तन में अहम भूमिका निभाने का ईनाम देवेन्द्र फडनवीस को मिला है। केन्द्रीय चुनाव समिति में आने का आशय यह है कि आगामी चुनावों में उम्मीदवार तय करने में फडनवीस की राय को तबज्जाे मिलेगी। इसका अर्थ यह भी है कि महाराष्ट्र में अब टिकटार्थियों की भीड़ नितीन गडकरी के इर्द-गिर्द कम और फडनवीस के इर्द-गिर्द ज्यादा होगी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और पार्टी के मुस्लिम चेहरे शहनवाज हुसैन को भी चुनाव समिति से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
मुख्यमंत्री पद छोड़ने वालों को मिला ‘ईनाम’
भाजपा नेतृत्व की बात मानकर मुख्यमंत्री पद छोड़ने वाले पार्टी नेताओं बी एस येदियुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल और देवेन्द्र फड़नवीस को पुरस्कार स्वरूप संगठन में जगह मिली है। सूत्र बताते हैं कि ना-नुकूर किए बिना जिस प्रकार सर्बानंद सोनोवाल (असम), येदियुरप्पा (कर्नाटक) और फडनवीस (महाराष्ट्र) ने किसी और के लिए मुख्यमंत्री का पद छोड़ा, उसे नेतृत्व ने काफी सकारात्मक रूप से लिया। फड़नवीस ने तो न केवल मुख्यमंत्री पद का लालच छोड़ा बल्कि नेतृत्व के कहने पर उपमुख्यमंत्री बनने को भी तैयार हो गए।
Created On :   17 Aug 2022 9:13 PM IST