आपतिजनक वीडियो बनाकर ब्लेकमेल करने वाले कथित अधिकारियों पत्रकारों का गिरोह गिरफ्तार 

आपतिजनक वीडियो बनाकर ब्लेकमेल करने वाले कथित अधिकारियों पत्रकारों का गिरोह गिरफ्तार 

डिजिटल डेस्क जबलपुर । मदन महल थानांतर्गत पुलिस ने एक ऐसी गैंग की धरपकड़ की है जो  पहले तो लोगों की आपतिजनक वीडियो बनाती थी और इसके बाद फर्जी पुलिस,हिन्दूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं एवं पत्रकार बनकर उनसे रुपए भी ऐंठती थी। इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक पीडि़त महिला ने स्वयं थाने पहुंचकर अपने साथ हुई घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाई।पुलिस के अनुसार तिलवारा थाना क्षेत्र निवासी एक 28 वर्षीय महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।महिला का आरोप है कि उसके पुत्र की तबियत ठीक नहीं होने पर वह बीते 25 जुलाई को शुक्ला नगर अंजनी विहार कॉलोनी मदन महल में अपनी सहेली के घर कुछ रुपए उधार लेने गई थी। इसी दौरान जब वह टॉयलेट गई तो वहां नारेबाजी करते हुए चैनल संबंधी आईडी लेकर अर्पित ठाकुर,जेपीसिंह,रवि बेन एवं संतोष जैन आ गए। इस दौरान कुछ अन्य युवक नारेबाजी करते हुए भी यहां आए और उसके आपतिजनक वीडियो तैयार कर वेश्यावृति का आरोप लगाते हुए हाथापाई करने लगे ।
एक लाख नहीं मिलने पर वीडियो किया वायरल-
महिला के अनुसार आरोपी जेपीसिंह एवं अर्पित ठाकुर ने उसे धमकाते हुए 1 लाख रुपयों की मांग भी की। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उनके साथ पूरी एक टीम चलती है और इसीलिए उनके खर्च के लिए 1 लाख रुपए देने होंगे। यदि रुपए नहीं दिए गए तो वे उक्त वीडियो को वायरल कर उसने बदनाम कर देंगे। इसके बाद से वह बुरी तरह परेशान है और उसे समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करे।
अनेक जगहों से वसूले हैं रुपए-पुलिस के अनुसार महिला की शिकायत पर अर्पित ठाकुर,रवि बेन,जेपी सिंह,शैलेेन्द्र गौतम,पंकज गुप्ता एवं संतोष जैन सहित कुछ अन्य युवकों पर भी घर में घुसकर मारपीट,छेड़छाड़ करने और आपतिजनक वीडियो वायरल कर धमकी देने सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरु की गयी है। पुलिस की मानें तो ये आरोपी इसके पहले भी तिलवारा,बरगी,धनवंतरी नगर,माढ़ोताल,विजय नगर,भेड़ाघाट एवं चरगवां थाना क्षेत्रों में सक्रिय रहकर क्राईम ब्रांच के अधिकारी एवं पत्रकार बनकर शराब तस्करों,जुआ फड़ संचालक एवं देह व्यापार के अड्डों पर दबिश देकर लाखों रुपयों की वसूली कर चुके हैं। इस गिरोह में कुछ युवतियां भी जुड़ी हुईं हैं और उन्हीं की मदद से वे बड़े अधिकारियों को भी फंसाकर उनसे रुपए ऐंठते थे। पुलिस के अनुसार वर्ष 2018 में भी इसी गिरोह ने वर्ष 2018 में पाटन एसडीएम एवं शहपुरा तहसीलदार के पास दो युवतियों को भेजकर उनसे रुपयों की मांग शुरु कर दी थी।

Created On :   30 July 2021 1:35 PM GMT

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