झारखंड के युवकों की गैंग ट्रेन यात्रियों को बनाती थी निशाना

Gang of youths of Jharkhand used to target train passengers
झारखंड के युवकों की गैंग ट्रेन यात्रियों को बनाती थी निशाना
झारखंड के युवकों की गैंग ट्रेन यात्रियों को बनाती थी निशाना



डिजिटल डेस्क जबलपुर। झारखंड के युवकों की एक गैंग अक्सर शहर में आकर भीड़भाड़ वाले इलाके को चिन्हित कर मोबाइल लूट की घटना को अंजाम देती थी। खासकर स्टेशन परिसर में आकर यात्रियों को निशाना बनाती थी। इसी अवसर की तलाश में यह गैंग सोमवार व मंगलवार की दरम्यानी रात स्टेशन परिसर में घूम रही थी। इन युवकों की संदिग्ध गतिविधियों को देखकर जीआरपी टीम ने इन्हें पकड़कर तलाशी ली तो इनके पास से मोबाइल बरामद हुए। पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि यह मोबाइल चुराने वाली पुरानी गैंग है इनके विरुद्ध पूर्व में भी अपराध दर्ज हैं। आरोपियों से 7 मोबाइल और नकदी बरामद की गई है।
इस संबंध में जीआरपी थाना प्रभारी सुनील नेमा ने बताया कि एसआरपी सुनील जैन के मार्गदर्शन में पिछले कुछ दिनों से स्टेशन परिसर में लगातार चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत ट्रेनों में आकस्मिक जाँच, स्टेशन परिसर में संदिग्ध हालात में घूमते लोगों की चैकिंग और पूछताछ तक की जा रही है। इसी कड़ी में कल रात टीम द्वारा प्लेटफॉर्म नंबर एक पर चैकिंग की जा रही थी तभी तीन युवक संदिग्ध स्थिति में मिले जिनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने झारखंड निवासी होना बताया। इनसे बरामद मोबाइल के संबंध में उन्होंने इसे चोरी करना स्वीकार किया। इनसे मोबाइल के साथ ही नकदी बरामद की गई है।
पूर्व में दर्ज हैं 8 प्रकरण-
टीआई श्री नेमा ने बताया कि इन युवकों के विषय में जानकारी हासिल करने पर पता चला कि आरोपी चंदर नोनिया गिरोह का सरगना है और इसके बाद दो अन्य में से एक दीपक कुमार महतो व तीसरा 14 वर्षीय युवक हैं तीनों ही तीन पहाड़, साहिबगंज झारखंड निवासी हैं। इनके विरुद्ध जीआरपी में पहले से 8 प्रकरण दर्ज हैं जो आदतन अपराधी हैं। यह झारखंड से गैंग बनाकर आते हैं इसके बाद यहाँ भीड़भाड़ वाले इलाके को चिन्हित कर घटना को अंजाम देकर रवाना हो जाते थे।
श्री नेमा ने बताया कि सात मोबाइल में एक मोबाइल चोरी होने का अपराध पनागर थाना क्षेत्र में दर्ज है और चार अपराध जीआरपी में दर्ज हैं। शेष मोबाइल अन्य क्षेत्रों से चोरी किए गए हैं।
बच्चों को कर रहे ट्रेंड-
श्री नेमा ने बताया कि पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि ये लंबे समय से जबलपुर क्षेत्र में गिरोह बनाकर आ रहे हैं और अपराध कर रहे हैं। हर बार गैंग के सदस्य बदलते रहते हैं मगर मुखिया चंदर नोनिया ही रहता है। इस गैंग में अब नाबालिगों को Óयादा शामिल किया जा रहा है।
पहले भी पकड़े गए 4 लाख के मोबाइल-
थाना प्रभारी श्री नेमा ने बताया कि इस गैंग को पूर्व में वर्ष 2018 में जीआरपी ने पकड़ा था, उस दौरान गैंग के 4 सदस्य पकड़े गए थे जिनसे करीब 4 लाख रुपए के मोबाइल बरामद हुए थे।
इन आरोपियों को पकडऩे में जीआरपी के एलपी कश्यप, राजेश राज, आरएस शुक्ला, एनके बरसैया, निर्दोष टोप्पो, सुशील सिंह, परमूलाल, मनोज सहित अन्य शामिल रहे हैं।

 

Created On :   3 Aug 2021 4:25 PM GMT

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