ढाबा संचालक की हत्या करने वाला सरगना पकड़ाया, कुख्यात बनने   बनाई थी रावण गैंग 

Gangster who killed Dhaba operator was arrested, Ravana gang formed to become infamous
ढाबा संचालक की हत्या करने वाला सरगना पकड़ाया, कुख्यात बनने   बनाई थी रावण गैंग 
ढाबा संचालक की हत्या करने वाला सरगना पकड़ाया, कुख्यात बनने   बनाई थी रावण गैंग 


डिजिटल डेस्क जबलपुर।  गोसलपुर थाना क्षेत्र में ढाबा संचालक रिषी असाटी की 23 नवंबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। ढाबा संचालक की 2 लाख की रंगदारी वसूली के लिए हत्या की गयी थी। हत्याकांड में एक आरोपी पकड़ लिया गया था, वहीं  गैंग का मुख्य सरगना व उसका एक साथी फरार था। पुलिस ने दोनों को दबोच कर उनके पास से घटना में प्रयुक्त 2 देसी पिस्टलें, 18 कारतूस, तीन वाहन, दो मोबाइल जब्त किए हैं। उक्त जानकारी एक पत्रकारवार्ता में एसपी अमित सिंह ने दी है।  पकड़े गये सरगना ने कुख्यात बनने के लिए रावण गैंग बनाई थी। 
   इस संबंध में बताया गया कि विगत 23 नवंबर की रात को ढाबा संचालक रिषी असाटी उम्र 26 वर्ष ढाबा बंद कर अपने घर गांधीग्राम लौट रहा था। घर के बाहर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस अंधे हत्याकांड की जाँच के दौरान तीन आरोपी रिषभ उर्फ रावण पंडित पिता अशोक शर्मा उम्र 22 बुढ़ागर, आशीष काछी उर्फ राज पंडित पिता अशोक काछी उम्र 29 वर्ष व अंचल नामदेव पिता अरुण नामदेव उम्र 22 नई बस्ती, गोहलपुर द्वारा हत्या किया जाना उजागर हुआ था। इस मामले में पुलिस ने अंचल नामदेव को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया था, वहीं गैंग का मुख्य सरगना रिषभ उर्फ रावण व आशीष काछी को मुखबिर की सूचना पर पकड़ा गया। उन्होंने कबूल किया है कि घटना के बीस दिन पहले उन्होंने ढाबा संचालक से 2 लाख रुपये की रंगदारी माँगी थी। पैसे नहीं मिलने पर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या करने के पीछे उनका उद्देश्य क्षेत्र में दहशत फैलाने का था। पुलिस ने उनके पास से कट्टा व कारतूस आदि सामान जब्त किये हैं। 
दिल्ली और पंजाब में काटी फरारी 
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वारदात के बाद वे बाइक से कटंगी बायपास पहुँचे, वहाँ पर आशीष काछी पहले से खड़ा उनका इंतजार कर रहा था। वहाँ से तीनों मुख्य रेलवे स्टेशन पहँुचे थे, वहाँ से अंचल लौट आया और दोनों काशी एक्सप्रेस से प्रयागराज गये, वहाँ एक दिन रुकने के बाद दिल्ली और पंजाब में रुककर फरारी काट रहे थे। 
हथियार बेचने इंदौर पहुँचे 
आरोपियों ने कबूल किया कि वे लोग पंजाब में फरारी काटने के बाद वहाँ से इंदौर पहुँचे थे, वहाँ हथियारों का सौदा करने की योजना थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दोनों को इंदौर से पकड़ा। जाँच में पता चला कि ऋषभ शर्मा एवं आशीष काछी को इंदौर में हथियार बेचने का सौदा करते हुये पहले भी पकड़ा जा चुका है। 

Created On :   11 Dec 2019 2:25 PM IST

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