सावन की झड़ी से जलाशयों का जलस्तर सुधरा, तापमान सरकने से मौसम में ठंडक

Good rainfall improves the condition of water level in reservoirs
सावन की झड़ी से जलाशयों का जलस्तर सुधरा, तापमान सरकने से मौसम में ठंडक
सावन की झड़ी से जलाशयों का जलस्तर सुधरा, तापमान सरकने से मौसम में ठंडक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। तीन दिनों लगी सावन की झड़ी से महाराष्ट्र सहित विदर्भ के जलाशयों में जलस्तर में सुधार आया है। इस दौरान  नागपुर जिले में 87.2 मिमी (3.43 इंच) पानी बरसा। इसके चलते शहर में जगह-जगह जलजमाव हो गया। मौसम में ठंडक भर गई। दिन के तापमान में 5 डिग्री से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। रात का तापमान भी कुछ नीचे की ओर सरका। पारा घटने से उमस की परेशानी से राहत रही। मौसम सुहाना बना रहा। मंगलवार दोपहर वर्षा के थमने के बाद लोगों ने मौसम का भरपूर लुत्फ उठाया। मंगलवार की देर रात फिर से रिमझिम फुहारें शुरू हुई जो बुधवार की सुबह तक चलती रही। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 25.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री नीचे रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री नीचे 23 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। सुबह 100 प्रतिशत तक बढ़ी आर्द्रता शाम आते आते 87 प्रतिशत तक गिर गई। 

जलाशयों की स्थिति
इस बारिश के बाद जलाशयों की स्थिति में भी सुधार आया है। रामटेक उपविभाग के तोतलाडोह जलाशय का जलस्तर 474.750 मीटर, जलसंग्रह  216.825 दलघमि यानी 21.32 प्रतिशत  है। खिंड़सी जलाशय का जलस्तर 313.152 मीटर, जलसंग्रह 45.352 दलघमी यानी 43.99 प्र.श. तथा नवेगांव खैरी यानी पेंच जलाशय का जलस्तर 319.570 मीटर, जलसंग्रह  47.774 दलघमी यानी 33.65 प्रतिशत पानी है। वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से गोसीखुर्द बांध के 33 दरवाजे खोल दिए गए हैं। जबकि बावनथड़ी में 30 प्रतिशत ही जल संग्रह होने की जानकारी है। गड़चिरोली में पर्लकोटा अभी भी उफान पर है । दीना नदी का जलस्तर जरूर कम हुआ है। चंद्रपुर के जलाशयों में 88.99 प्रतिशत भंडारण हुआ है।

अनुमान  
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से उठा व ओड़िशा तट पर बना कम दबाव का क्षेत्र आगे बढ़कर अब पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बना हुआ है। इससे विदर्भ के अधिकांश हिस्से इसके प्रभाव से बाहर हो गए हैं। बादलों का पलायन भी शुरू हो गया है। अनुमान है कि बुधवार को आसमान पर हल्के बादलों का ही डेरा होगा। मानसूनी द्रोणिका के भी आज से उत्तर की ओर सरकने की उम्मीद है। इससे अगले कुछ दिनों तक विदर्भ में वर्षा के शांत रहने के आसार हैं। अब अगले सप्ताह के शुरुआती दिनों में ही बौछारों की उम्मीद रहेगी। बीच-बीच में घरेलू बादल राहत देने पहुंच सकते हैं।

पिछले चौबीस घंटे में जिले की मौदा, रामटेक, कामठी, सावनेर तहसील में धुआंधार बारिश हुई। जिला प्रशासन के अनुसार मौदा में 262.80, रामटेक में 200.80, कामठी में 176.60, कुही में 157.20, सावनेर में 66 मिमी बारिश दर्ज की गई। नागपुर शहर व ग्रामीण में 80 मिमी बारिश दर्ज की गई। अतिवृष्टि से प्रभावित गांवों में राजस्व विभाग, कृषि विभाग व जिला परिषद के अधिकारी दौरा कर नुकसान का जायजा ले रहे हैं। बारिश का सबसे ज्यादा  प्रभाव मौदा तहसील में देखने को मिला।


 

Created On :   22 Aug 2018 6:28 AM GMT

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