जर्जर भवनों के बीच आज से खुल गए सरकारी स्कूल

Government schools opened from today among illiterate buildings
जर्जर भवनों के बीच आज से खुल गए सरकारी स्कूल
जर्जर भवनों के बीच आज से खुल गए सरकारी स्कूल

डिजिटल डेस्क जबलपुर । सरकारी स्कूलों का नया सत्र आज से शुरू हो गया है।  इस बार शैक्षणिक सत्र अप्रैल माह से शुरू किया जा रहा है। इसमें यह भी नया है कि पहली बार सत्र की शुरूआत मातृ सम्मेलन से हुई। जिले के 1610 प्राइमरी, 655 मिडिल और 163 हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल में अध्ययनरत करीब सवा दो लाख विद्यार्थियों को पहले ही दिन अपने-अपने स्कूल में लाने का लक्ष्य विभाग ने तय किया है।प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में 1 लाख 68 हजार 263  विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। बाकी बचे विद्यार्थी हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई करते हैं। इसके साथ ही जो लक्ष्य कक्षा-1, 6, 9 और 11वीं में विद्यार्थियों के दाखिले के लिए तय किया गया है, वह भी पहले ही दिन पूरा करने की योजना स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बनाई है। इसके लिए प्राचार्यों की बैठक ली जा चुकी है। प्राचार्यों ने अपने संकुल अंतर्गत आने वाले प्राइमरी और मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापकों को निर्देश दे दिए हैं कि वे पहले ही दिन न सिर्फ बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को स्कूल बुलाएं, बल्कि एडमीशन का लक्ष्य भी पूर करें।  जिन विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री  आती है, उन्हें भी एडमीशन दिए जाएंगे।
मनाया  प्रवेशोत्सव
प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में पहले दिन शाला प्रबंधन समिति की बैठक, विशेष बाल सभा में विद्यार्थियों के नामांकन, उपस्थिति, उपलब्धि, स्तर, अध्ययन-अध्यापन की प्रस्तावित कार्य योजना पर चर्चा की गई। प्रवेश उत्सव भी मनायाा। 11.30 बजे से 12 बजे तक रेडियो पर कार्यक्रम सुना 7 से 13 अप्रैल तक प्रत्येक स्कूल में पालक सम्मेलन होगा। एम-शिक्षा मित्र एप पर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। 15 अप्रैल तक पात्र विद्यार्थियों को साइकिल वितरित की जाएगी। जॉयफुल लर्निंग की गतिविधियां भी होंगी। घर-घर सर्वे कार्य 20 से 30 अप्रैल तक चलेगा। विद्यार्थियों के हिसाब से युक्तियुक्तकरण भी होगा।
अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था ऑनलाइन होगी
आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय  ने निर्देश जारी कर कहा है कि छात्र संख्या के मान से शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण एवं अतिथि शिक्षकों की संख्या का आकलन कर 15 जून से पहले यह सभी व्यवस्थाएं कर ली जाएं। अतिथि शिक्षकों के रखे जाने की व्यवस्था ऑनलाइन की जाएगी। ग्रीष्मकालीन अवकाश में विद्यार्थियों के लिए विशेष होमवर्क भी दिया जाएगा, जिससे वे अपनी पढ़ाई का रिवीजन भी करते रहें और नए शैक्षणिक सत्र के लिए पूरी तरह से अपने आप को तैयार कर लें। सहायक संचालक ने बताया कि इस बार का वेतन एम-शिक्षा मित्र एप की उपस्थिति के आधार पर ही बनेगा।

 

Created On :   2 April 2018 1:50 PM IST

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