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कोथले के परिजन को दस लाख मुआवजे की घोषणा, पूरी तरह सफल दिखा सांगली बंद
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुलिस हिरासत में जान गंवाने वाले सांगली के अनिकेत कोथले के परिजन को दस लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की गई। सोमवार को गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकर ने ने कहा कि कोथले की संदेहास्पद मौत मामले की पैरवी के लिए वरिष्ठ सरकारी वकील उज्जवल निकम को नियुक्त किया जाएगा। जिसे लेकर निकम मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा करेंगे। केसरकर ने कहा कि सरकार की तरफ से कोथले और अमोल भंडारे के परिजन को सुरक्षा दी जाएगी। कोथले के साथ भंडारे को भी गिरफ्तार किया गया था। केसरकर ने कहा कि मामले की जांच सीआईडी कर रही है। आरोपी भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मामले में दो व्यापारियों का नाम सामने आ रहा है। उनकी भी जांच होगी। फिलहाल जांच सीबीआई को सौंपने का कोई विचार नहीं है। केसरकर ने कहा कि कोल्हापुर परिक्षेत्र के विशेष पुलिस महानिरीक्षक विश्वास नांगरे-पाटील ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है। इसलिए उनके तबादले पर कुछ कहना ठीक नहीं है। यदि सरकार को शिकायत मिलती है, तो जांच कराने के लिए तैयार हैं।
आरोपियों को मिलेगी सजा
केसरकर ने कहा कि मैंने रविवार को सांगली में कोथले के परिजन से मुलाकात की थी। उन्होंने सरकार से कई मांगें की थी। जिसमें से अधिकांश मांगों को सरकार ने स्वीकार किया है। कोथले के परिवार की तरफ से दी गई आत्मदाह की धमकी पर केसरकर ने कहा कि पुलिस आरोपियों को सजा दिला कर रहेगी। इसलिए ऐसी नौबत नहीं आएगी। इसी बीच केसरकर ने कहा कि इस तरह की घटना भविष्य में न हो। इसके लिए गृह विभाग की उच्च स्तरीय बैठक जल्द बुलाई जाएगी। जिसमें राज्य भर के लिए नए सिरे से दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे।
कोथले की मौत के विरोध में शहर बंद
उधर पुणे के सांगली में कोथले की मौत के विरोध में बंद रखा गया। जो पूरी तरह सफल रहा। सोमवार सुबह सर्वदलीय कृति समिति ने दुपहिया रैली निकाली। शहर की दुकाने बंद रखी गई। बंद को 37 संगठनों ने समर्थन दिया था। प्रदर्शनकारियों ने जिला पुलिस प्रमुख के तत्काल तबादले, पुलिस उप अधीक्षक डॉ. दिपाली काले के अलावा पीड़ित परिवार ने जिन लोगों के नाम बताए उन्हें सह आरोपी बनाकर तुरंत गिरफ्तार करने की मांग रखीं। हालांकि इस बीच किसी तरह का तनाव न हो, इसके मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया था। रविवार को गृहराज्यमंत्री दीपक केसरकर ने कोथले परिवार से मिलकर शोक व्यक्त किया था।
सबूत मिटाने दो बार जलाई लाश
डकैती के आरोप में पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान कोथले की संदेहास्पद मौत हो गई थी। इसके बाद शव को पुलिस वालों ने उसका शव आंबोली घाट में जला दिया था। मामले में सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। जिसे लेकर सर्वदलीय कृति समिति ने सोमवार को सांगली बंद बुलाया था। गौरतलब है कि चोरी के संदेह में अनिकेत कोथले और एक और युवक को हिरासत में लिया गया था। हिरासत में पिटाई के दौरान अनिकेत की मौत हो गई। यह बात छुपाने के लिए पुलिस उपनिरीक्षक युवराज कामटे ने अन्य पुलिस कर्मियों से मिलकर आंबोली घाट ले जाकर अनिकेत का शव जला दिया। कोथले की लाश को दो बार जलाया गया था। पहली बार में कोथले की लाश पूरी तरह नहीं जली थी। फिर से पेट्रोल डालकर उसकी लाश को जला दिया गया था। यह घटना सामने आने के बाद कोल्हापुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विश्वास नांगरे पाटील ने कामटे समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर गिरफ्तार किया। घटना के समय सांगली पुलिस थाने में हाजिर अन्य सात कर्मियों को शनिवार को निलंबित किया गया।
Created On :   13 Nov 2017 4:14 PM GMT