- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- बैलगाड़ी दौड़ शुरु करने कानून बनाएगी...
बैलगाड़ी दौड़ शुरु करने कानून बनाएगी सरकार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में बैलगाड़ी दौड़ और उसके अभ्यास पूर्ववत करने के लिए एक महीने के भीतर रास्ता खोज लिया जाएगा। प्रदेश के पशुसंवर्धन व दुग्ध व्यवसाय विकास मंत्री सुनील केदार ने यह आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि बैलगाड़ी दौड़ दोबारा शुरू करने के लिए यदि कानून बनाने की जरूरत पड़ती तो महीने भर में इससे संबंधी अध्यादेश जारी किया जाएगा। मंगलवार को केदार ने मंत्रालय में त्रिमूर्ति के पास खुले प्रांगण में बैलगाड़ी दौड़ दोबारा शुरू करने के संबंध में बैठक की। केदार ने कहा कि राज्य में बैलगाड़ी दौड़ दोबारा शुरू करने का पेंच तकनीकी कारणों से फंसा हुआ है। दूसरे राज्यों में शुरू बैलगाड़ी दौड़ का अध्ययन किया जाएगा। यदि जरूरत पड़ी तो नए कानून बनाने के लिए अध्यादेश जारी किए जाएंगे। बैलगाड़ी दौड़ के लिए अभ्यास शुरू करने के लिए रास्ता निकाल लिया जाएगा। केदार ने कहा कि बैलगाड़ी दौड़ बहाल करने के लिए राज्य सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल गई थी। लेकिन कोरोना संकट के कारण उस पर सुनवाई नहीं हो सकी थी। इसलिए सरकार ने एक बार फिर से याचिका दाखिल की है। केदार ने कहा कि मैं अगले सप्ताह में दिल्ली में वरिष्ठ वकीलों से मुलाकात करके सुप्रीम कोर्ट में मजबूती से सरकार का पक्ष रखने का आग्रह करूंगा।
प्रधानमंत्री से मिलने मांगा समय
केदार ने कहा कि राकांपा सांसद अमोल कोल्हे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए समय मांगा। कोल्हे प्रधानमंत्री से गौ संवर्धन सूची से बैल को हटाने की मांग करेंगे। यदि इस सूची में से बैल को हटा दिया गया तो कोई परेशानी नहीं होगी। केदार ने कहा कि राज्य में खिल्लार प्रजाति के बैल लुप्त होते जा रहे हैं। खिल्लार प्रजाति के संवर्धन के लिए केवल बैलगाड़ी दौड़ नहीं बल्कि दूध उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटील ने कहा कि बैलगाड़ी दौड़ बैलों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। पशुसंवर्धन विभाग बैलगाड़ी दौड़ दोबारा शुरू करने के लिए प्रयास कर रहा है।
इस बैठक में प्रदेश के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटील, राकांपा विधायक शशीकांत शिंदे, नीलेश लंगे, संग्राम जगताप, भाजपा विधायक किसन कथोरे, कांग्रेस विधायक संग्राम थोपटे शामिल हुए थे। इसके अलावा राज्य के बैलगाड़ी मालिक और संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद थे।
Created On :   24 Aug 2021 9:27 PM IST