दूध उत्पादक किसानों के लिए नई योजना तैयार करेगी सरकारः केदार

Government will prepare new scheme for milk producing farmers: Kedar
दूध उत्पादक किसानों के लिए नई योजना तैयार करेगी सरकारः केदार
दूध उत्पादक किसानों के लिए नई योजना तैयार करेगी सरकारः केदार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार दूध उत्पादक किसानों के लिए नई योजना बनाएगी। मंगलवार को मंत्रालय में दुग्ध व्यवसाय विकास मंत्री सुनील केदार की अध्यक्षता में दूध की दर को लेकर बैठक हुई। इसमें राज्य के विभिन्न सहकारी और निजी दुग्ध संघों के पदाधिकारी और दूध उत्पादक किसानों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में दूध उत्पादक किसानों को प्रति लीटर 10 रुपए अनुदान देने, दूध पावडर निर्यात के लिए अनुदान देने की मांग की गई। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में केदार ने कहा कि दूध उत्पादक किसानों को केंद्र बिंदु मानकर जल्द ही नई योजना लाई जाएगी। नई योजना के संबंध में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात से चर्चा की जाएगी। इसके बाद राज्य मंत्रिमंडल में नई योजना की मंजूरी के लिए प्रस्ताव पेश किया जाएगा। केदार ने कहा कि सरकार की ओर से घोषित की जाने वाली नई योजना और पुरानी योजनाओं में अंतर होगा क्योंकि कोरोना का उपद्रव कितने दिनों तक चलेगा यह किसी को पता नहीं है। केदार ने कहा कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में दूध खरीदी दर कम हुई है लेकिन शहरों इलाकों में दूध बिक्री की कीमत कम नहीं होने की शिकायतें मिली है। इस पर सरकार निश्चित रूप से विचार करेगी। केदार ने कहा कि मैंने केंद्र सरकार से दूध पावडर परियोजना में 50 प्रतिशत भागीदार होने की मांग की है। इसके लिए केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को अप्रैल महीने में पत्र लिखा है। केदार ने बताया कि विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर कहा था कि वह केंद्र सरकार से मदद करने के लिए आग्रह करें। लेकिन अप्रैल महीने में लिखे पत्र का जवाब अभी तक नहीं आया है। 

सड़कों पर बहाने से अच्छा गरीब बच्चों को दान करें दूध

केदार ने दूध उत्पादक किसानों से आंदोलन नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि दूध उत्पादक किसान सड़कों पर दूध बहाने के बजाय गरीबों के बच्चों को मुफ्त में दूध वितरित कर दें।  केदार ने कहा कि भाजपा सरकार के समय दूध उत्पादक किसानों को प्रति लीटर 3 रुपए और 5 रुपए अनुदान देने का फैसला हुआ था। दूध पावडर के निर्यात के लिए अनुदान देने का निर्णय हुआ था, लेकिन दूध पावडर निर्यात करने वालों को अभी तक पैसे नहीं मिले हैं। कुछ लोगों को अनुदान मिला लेकिन अनुदान दूध उत्पादक किसानों तक नहीं पहुंच पाने की शिकायतें मिली हैं। पर अब ऐसी स्थिति नहीं आएगी। वहीं प्रदेश के पशुसंवर्धन राज्यमंत्री दत्तात्रय भरणे ने कहा कि कोरोना के संकट में दूध उत्पादक किसानों की मदद करना जरूरी है। इसलिए दुग्ध संघों को अपने स्तर पर जो संभव होगा मदद करना चाहिए। 

शुरु रहेगा आंदोलनः खोत

भाजपा के सहयोगी दल रयत क्रांति संगठन के अध्यक्ष सदाभाऊ खोत ने कहा कि केदार ने जल्द फैसला लेने का आश्वासन दिया है। अगर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया तो भविष्य में और तेज आंदोलन करेंगे। खोत ने कहा कि जब तक दूध उत्पादक किसानों के बैंक खाते में अनुदान नहीं जमा  किया जाता, तब तक आंदोलन शुरू रहेगा। आंदोलन की दिशा महायुति के घटक दल मिलकर अगले दो दिनों में तय करेंगे। 

शेट्टी ने किया दूध से अभिषेक

दूसरी ओर दूध की दर को लेकर स्वाभिमानी शेतकरी संगठन ने मंगलवार को कोल्हापुर, सांगली और बुलढाणा समेत कई जिलों में आंदोलन किया। शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने मंदिर में जाकर दुग्धाभिषेक किया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर दूध के टैंकर को रोका। जबकि कई जगहों पर सड़कों पर दूध बहाया गया। 

Created On :   21 July 2020 7:24 PM IST

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