12वीं कक्षा में प्रदेश की मैरिट में आठवां स्थान पाने वाली दिव्यांग छात्रा की आंखों का मुफ्त इलाज कराएगी सरकार

Government will provide treatment to the eyes of a disabled student who is eighth in the merit in class 12
12वीं कक्षा में प्रदेश की मैरिट में आठवां स्थान पाने वाली दिव्यांग छात्रा की आंखों का मुफ्त इलाज कराएगी सरकार
12वीं कक्षा में प्रदेश की मैरिट में आठवां स्थान पाने वाली दिव्यांग छात्रा की आंखों का मुफ्त इलाज कराएगी सरकार

डिजिटल डेस्क सतना। 12वीं कक्षा में प्रदेश की मैरिट में आठवां स्थान पाने वाली सतना की दिव्यांग छात्रा कीर्ति कुशवाहा की आंखों का सरकार मुफ्त इलाज कराएगी। शुक्रवार को भोपाल में मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित लैपटॉप वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस आशय की घोषणा की। 27 जुलाई को घोषित माध्यमिक शिक्षा मंडल के 12वीं कक्षा के परिणाम में कीर्ति कामर्स संकाय से 94.4 फीसदी अंक हासिल कर सूबे की प्रावीण्य सूची में आठवीं रैंक हासिल की थी। जबकि वह 75 प्रतिशत दृष्टिबाधित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कीर्ति की आंखों का उपचार चेन्नई के शंकर नेत्रालय में कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कीर्ति से बात करते हुए कहा कि ये रियल हीरो हैं, बच्चों को बॉलीवुड की तरफ  देखने की जरूरत नहीं है। कीर्ति और कृष्णकुमार जैसे बच्चों से प्रेरणा लेना चाहिए। 
जानकीकुण्ड में हुई प्राथमिक जांच
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद आंखों के प्राथमिक जांच के लिए कीर्ति को फौरन चित्रकूट स्थित जानकीकुण्ड नेत्र चिकित्सालय के लिए रवाना किया गया। वहां नेत्ररोग विशेषज्ञों ने कीर्ति के आंखों की बारीकी से जांच की। डॉक्टरों ने पाया कि कीर्ति माइक्रोकार्निया विथ कोलोबोमा नाम की बीमारी से पीडि़त है। ऐसी बीमारी वंशानुगत होती है। कीर्ति के आंखों को भी यह बीमारी जन्म के साथ ही मिली। एक आंख तो पूरी तरह से खराब है जबकि दूसरी आंख में चश्मा लगाने के बाद 40 फीसदी रोशनी आ गई। अब बेहतर उपचार के लिए कीर्ति को जल्द ही चेन्नई भेजा जाएगा।
ट्यूशन पढ़ाकर जुटाई स्कूल की फीस
कीर्ति का परिवार बेहद गरीब है। पिता कविशंकर कुशवाहा टेंटहाउस का कारोबार करते थे मगर कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया। घर पर जो जमा-पूंजी थी वह दो साल पहले हुए पिता के एक्सीडेंट के बाद उनके इलाज में खर्च हो गई। मां मोहल्ले के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती और कीर्ति भी 9वीं-10वीं कक्षा के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपने स्कूल की फीस का इंतजाम करती थी। कलेक्टर अजय कटेसरिया ने बताया कि कीर्ति को जल्द ही इलाज के लिए चेन्नई भेजा जाएगा। 
आईएएस बनने की तमन्ना
 प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना-2020 के तहत मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के कीर्ति से चर्चा कर हालचाल एवं परिवार की आर्थिक स्थिति के संबंध में जानकारी हासिल की। मुख्यमंत्री ने पूछा कि भविष्य में क्या करने-बनने की इच्छा है। कीर्ति ने बताया कि बीए करने के बाद वह आईएएस बनकर गरीबों की मदद करेगी। उसने कहा कि आगे की पढ़ाई में आर्थिक समस्या आड़े आ रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कीर्ति को आईएएस बनने तक कोचिंग एवं पढ़ाई का पूरा खर्चा सरकार उठाएगी। सीएम ने कलेक्टर को निर्देश दिए कि कीर्ति के आंखों का इलाज शंकर नेत्रालय चेन्नई में कराने की व्यवस्था करें। इलाज के दौरान कीर्ति की मां रश्मि कुशवाहा को भी साथ रखा जाए। 

 

Created On :   26 Sept 2020 6:51 PM IST

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