प्याज किसानों के अनुदान को विपक्ष ने बताया नाकाफी, शिवसेना का तंज - बहुत देर से जागी सरकार

Grant to Onion Farmers : Shiv Sena said - Government waking too late
प्याज किसानों के अनुदान को विपक्ष ने बताया नाकाफी, शिवसेना का तंज - बहुत देर से जागी सरकार
प्याज किसानों के अनुदान को विपक्ष ने बताया नाकाफी, शिवसेना का तंज - बहुत देर से जागी सरकार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव शिवसेना के साथ मिलकर लड़ने के दावे के बाद भी शिवसेना का अपने मित्र दल परल हमला जारी है। केंद्र व राज्य कि सरकार में हिस्सेदार शिवसेना ने अब प्याज किसानों के लिए घोषित अनुदान को लेकर फडणवीस सरकार की आलोचना की है। महाराष्ट्र सरकार के प्याज उत्पादक किसानों को 150 करोड़ रुपये की राहत देने की घोषणा के एक दिन बाद भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने शुक्रवार को देवेंद्र फडणवीस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उसकी नींद बहुत देर से टूटी है। पार्टी ने कहा कि प्याज किसानों को राहत देने का फैसला अच्छा है, लेकिन सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि इसे तेजी से लागू भी किया जाए। शिवसेना ने आरोप लगाया कि प्याज किसानों के लिए सरकार ने वर्ष 2016 में इसी तरह की जिस योजना के तहत वित्तीय सहायता देने का वादा किया था, वह उन्हें अभी तक नहीं मिली है। राज्य मंत्रिमंडल का यह फैसला उन खबरों के बीच आया है, जिनके मुताबिक महाराष्ट्र के किसान ताजे प्याज को डेढ़ रुपये प्रति किलोग्राम की बेहद कम कीमत पर बेचने को मजबूर हैं। 

भुजबल ने भी साधा निशाना

उधर नाशिक में प्याज के मुद्दे पर पूर्व उपमुख्यमंत्री विधायक छगन भुजबल ने राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंनेे कहा कि राज्य सरकार अभी नींद से जागी। किसानों के लिए 150 करोड़ रुपए की मदद घोषित की। इसके अनुसार 1 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच कम दाम में बिक्री हुए प्याज को 200 रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा, जो की नाकाफी है। भुजबल ने कहा वर्ष 2000 में जब प्याज के दाम गिरे थे, तब सरकार ने तीन से साढ़े तीन सौ रुपए प्रति क्विंटल के भाव से प्याज खरीदी थी। उस समय प्याज का उत्पादन खर्च प्रति क्विंटल 200 से 250 रुपए था। वर्तमान में प्याज का उत्पादन खर्च आठ सौ रुपए हुआ। जिसकी तुलना में सरकार ने घोषित किया दो सौ रुपए का अंत्यत मामूली अनुदान देकर सरकार ने किसानों के जख्म पर नमक छिड़कने का कार्य किया है। जबकि प्याज की समस्या का हमेशा के लिए निपटारा करने के लिए फसल को उत्पादन खर्च पर आधारित समर्थन मूल्य देने, उपज मंडी हस्तक्षेप योजना अमल में लाने की आवश्यकता है। 

विपक्ष को करारा जवाब

इसके अलावा पुणे में  कृषि राज्यमंत्री सदाभाऊ खोत ने विपक्ष को करारा जवाब देते हुए कहा कि प्याज उत्पादक किसानों के लिए क्या किया जाना चाहिए यह सरकार के समझ में आता है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि प्याज किसानों को सरकार द्वारा घोषित की गई मदद कम है। विपक्ष की टिका- टिप्पणियों को जवाब देते हुए खोत ने कहा कि हमें किसानों की फिक्र है। हम बोलने से ज्यादा काम पर अधिक ध्यान देते हैं। इसलिए प्याज उत्पादक किसानों के लिए क्या किया जाना चाहिए, यह सरकार को अच्छी तरह से समझता है। 
 

Created On :   21 Dec 2018 2:39 PM GMT

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