पवन और ओवरनाईट एक्सप्रेस के लुटेरे तक पहुंचे GRP के हाथ, 4 आरोपियों का पकड़ा

GRP arrested the four robbers of Pawan and Overnight express trains
पवन और ओवरनाईट एक्सप्रेस के लुटेरे तक पहुंचे GRP के हाथ, 4 आरोपियों का पकड़ा
पवन और ओवरनाईट एक्सप्रेस के लुटेरे तक पहुंचे GRP के हाथ, 4 आरोपियों का पकड़ा

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। 22 जुलाई को पवन और ओवरनाइट एक्सप्रेस के एसी कोच में हथियारों के बल पर यात्रियों के साथ लूटपाट करने वालों के गिरेबां तक शुक्रवार को जीआरपी और आरपीएफ के हाथ पहुंच ही गए। उन्होंने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वो नरसिंहपुर बस स्टैंड की सूनी जगह पर ट्रेनों में लूट करने की योजना बना रहे थे। इन लुटेरों के पास से लाखों रुपए के सोने-चांदी के जेवरात, नकदी के साथ घातक हथियार बरामद किए गए हैं। दोनों ट्रेनों में की गई लूट को मुख्य आरोपी नरसिंहपुर रोसरा निवासी देवल सिंह कुचबंधिया, शैलू उर्फ शैलेन्द्र, रिक्कू और कन्हैयालाल ने कुबूल किया है।

आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद अब न्यायालय में पेश किया जाएगा। जहां से  रिमांड पर लेकर अन्य ट्रेनों में हुई लूटपाट की घटनाओं के बारे में कड़ी पूछताछ की जाएगी। पूछताछ में चौंकाने वाली बातें सामने आने की उम्मीद की जा रही है। लुटेरों को पकड़ने वाली टीम का हौसला बढ़ाने के लिए एसआरपी विनीत जैन ने नकद ईनाम देने की घोषणा की है।

लंबी तलाश के बाद योजना बनाकर की गई कार्रवाई
जीआरपी के अनुसार घटना के बाद एसआरपी विनीत जैन द्वारा जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम गठित कर नरसिंहपुर और गाडरवारा के पास आरोपियों की तलाश करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जीआरपी में की गई एडीजे रीवा न्यायालय आरती शुक्ला, अनीता शर्मा सहित अन्य यात्रियों की रिपोर्ट में लुटेरों के हुलिए और उनकी बोलचाल को सबूत बनाया गया था और उसी को आधार बनाकर लुटेरों की तलाश शुरु की गई थी। करीब 15 दिनों तक कई लोगों ने मुलाकात कर लुटेरों के खिलाफ सबूत एकत्रित किए और कड़ियों को जोड़कर उन तक पहुंच गए।

साइबर सेल से मिली लोकेशन ने पकड़वाया
जानकारी के अनुसार जीआरपी थाना गाडरवारा ने पवन एक्सप्रेस और ओवरनाइट एक्सप्रेस के यात्रियों से लूटे गए मोबाइल की जानकारी साइबर सेल को दी थी, जिसकी ट्रेसिंग करने पर मोबाइल कई दिनों तक बंद रहे, लेकिन 5 दिन पहले एक मोबाइल चालू होने से लुटेरों की लोकेशन मिलने लगी और जीआरपी व आरपीएफ की संयुक्त टीम घेराबंदी कर लुटेरों तक पहुंच ही गई। टीम को आखिरी लोकेशन नरसिंहपुर बस स्टैंड के आसपास मिली थी, जिनके आधार पर लुटेरों को पकड़ लिया गया। लुटेरों के पास से सोने-चांदी के जेवर, मोबाइल, पैन कार्ड, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज मिले हैं।

रात के सन्नाटे में यूं लुटी थीं दोनों ट्रेनें
22 जुलाई की आधी रात को नरसिंहपुर से जबलपुर स्टेशन के बीच लुटेरों ने पहले पवन एक्सप्रेस और फिर ओवर नाइट एक्सप्रेस के यात्रियों को उस समय शिकार बनाया था, जब अधिकांश यात्री गहरी नींद में थे। यात्रियों को पिस्टल दिखाकर लूटा गया। जिसकी रिपोर्ट पहले जीआरपी गाडरवारा और फिर जबलपुर में की गई थी। पीड़ित यात्रियों ने सामान लूटने के बाद रात के सन्नाटे में लुटेरे  जंगली इलाके मेंं गायब हो गए थे। उस रात तेज बारिश होने की वजह से स्टेशन पर लगे CCTV कैमरे के फुटेज क्लियर नहीं आ पाए थे, जिसकी वजह से जीआरपी को आरोपियों तक पहुंचने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।

Created On :   25 Aug 2018 8:10 AM GMT

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