सुबह तक करना पड़ता है बिजली का इंतजार - ग्रामीण क्षेत्रों में बिगड़ रहे बिजली के हालात, अधिकारी बेपरवाह

Have to wait for electricity till morning - Electricity conditions deteriorating in rural areas, officials carefree
सुबह तक करना पड़ता है बिजली का इंतजार - ग्रामीण क्षेत्रों में बिगड़ रहे बिजली के हालात, अधिकारी बेपरवाह
सुबह तक करना पड़ता है बिजली का इंतजार - ग्रामीण क्षेत्रों में बिगड़ रहे बिजली के हालात, अधिकारी बेपरवाह

डिजिटल डेस्क जबलपुर । ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सिस्टम काफी बिगड़ा हुआ है। यहाँ के हालात ऐसे हैं कि रात में एक बार बिजली बंद हो जाए तो फिर सुबह तक इंतजार करने की नौबत आ जाती है। रात के वक्त जनता की सुनने कोई अधिकारी ही उपलब्ध नहीं होता है। जनता फोन लगाकर थक जाती है, जिसको लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। बताया जाता है कि शहरी क्षेत्रों से लगे आसपास के क्षेत्रों में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि शाम ढलते ही बिजली की आँख-मिचौली चालू हो जाती है। शाम को अचानक लोड बढऩे लगता है और बिजली सिस्टम गड़बड़ाने लगता है। जैसे-जैसे समय बीतता है वैसे-वैसे उपभोक्ताओं की मुसीबत बढ़ती जाती है और रात 10-11 बजे के बाद सप्लाई बंद होना आम बात हो गई है। इस दौरान जनता बिजली अधिकारियों को फोन लगाकर परेशान हो रही है, मगर कोई सुनने वाला नहीं है।
मुख्यालय में नहीं रहना चाहते अधिकारी
सूत्रों का कहना है कि शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि बिजली अधिकारी किसी भी हाल में मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। इसके बाद भी देखने में आ रहा है कि इन निर्देशों का अधिकारी पालन नहीं कर रहे हैं। बड़े अधिकारियों की स्थिति यह है कि ऑफिस बंद होने के बाद वे फोन नहीं उठाते और डीई से लेकर जेई तक मुख्यालय से नदारद रहते हैं, जिसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है।
कभी भी बिगड़ सकते हैं हालात- सूत्रों का कहना है कि बिजली सप्लाई को लेकर जो हालात बिगड़ रहे हैं, उससे लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। स्थिति यह निर्मित हो रही है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का आक्रोश रात में किसी भी वक्त छोटे और फील्ड स्टाफ पर निकल सकता है, क्योंकि वरिष्ठ अधिकारी तो मुख्यालय में रहते ही नहीं हैं। इनका कहना है
सभी अधिकारियों को मुख्यालय में रहने के निर्देश हैं, इसका पालन नहीं होने पर कार्रवाई होगी। जनता की शिकायतों का तत्काल निराकरण हो, इसके लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
-आरके स्थापक, सीई जेआर
 

Created On :   26 April 2021 4:06 PM IST

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