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पानसरे और दाभोलकर मामले की सुनवाई आठ सप्ताह तक टली
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बांबे हाईकोर्ट ने सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर और गोविंद पानसरे मामले की सुनवाई आठ सप्ताह तक के लिए स्थगित कर दी है। इससे पहले एडीशनल सालिसिटर जनरल अनिल सिंह ने कहा कि जांच को प्रभावी बनाने के लिए सीबीआई व विशेष जांच दल (एसआईटी) के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बैठक हुई है। इस बैठक में कई निर्णय लिए गए है। जिसके तहत जांच जारी है। इसलिए हमे थोड़ा वक्त दिया जाए।
प्रभावी तरीके से नहीं हो रही जांच
जस्टिस एससी धर्माधिकारी और जस्टिस भारती डागरे की खंडपीठ के सामने इस मामले से संबंधित जनहित याचिकाओं पर सुनवाई चल रही है। यह याचिकाएं दाभोलकर और पानसरे के परिजनों ने दायर की है। याचिका में दावा किया गया है कि एसआईटी एवं सीबीआई इस मामले की जांच प्रभावी तरीके से नहीं कर रही है।
आमागी जांच के लिए मांगा वक्त
सुनवाई के दौरान एडीशनल सालिसिटर ने कहा कि सीबीआई इस मामले की जांच काफी गंभीरता से कर रही है। वह पानसरे मामले की जांच कर रही एसआईटी के अधिकारियों के साथ समन्वय भी बनाए हुए है। आगे की जांच के लिए थोड़ा वक्त दिया जाए। इस आग्रह को देखते हुए खंडपीठ ने मामले की सुनवाई को आठ सप्ताह तक के लिए स्थगित कर दी।
वहीं इससे पहले सुनवाई में खंडपीठ ने कहा था कि ऐसा लगता है जैसे उदारवादी मूल्य और मत के लिए समाज में कोई सम्मान नहीं रहा। उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे लोगों में सिर्फ विचारक शामिल नहीं है, बल्कि उन सभी संस्थानों को निशाना बनाया जा रहा है, जो उदारवादी मूल्यों में विश्वास रखते हैं। इस मामले में जस्टिस ने टिप्पणी की थी कि उदारवादी मूल्यों और विरोधी विचार रखने वालों को खत्म करना एक घातक दौर है। जिससे दुनियाभर में देश की छवि पर गलत प्रभाव पड़ता है। इससे पहले पानसरे और दाभोलकर हत्याकांड को लेकर सीबीआई सहित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी प्रगति रिपोर्ट खंडपीठ के सामने पेश की।
Created On :   21 Dec 2017 2:27 PM GMT