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अदालत ने सरकार से पूछा - संक्रमित हो रहे कैदी, जेल में लग सकता है कोरोना टीका
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि क्या 45 साल से ज्यादाउम्र वाले सभी कैदियों को कोरोना का टीका लगाना संभव है।इसके साथ ही अदालत ने कहा है कि यह आश्वस्त किया जाए कि गिरफ्तार आरोपी की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही उसे मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाए। इससे पहले कोर्ट को बताया गया है कि राज्य की 47 जेल में 23 हजार 127 कैदियों को रखने की क्षमता है लेकिन जेल में 35124 कैदियों को रखा गया है। इसके बाद कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा कि वह किस तरीके से जेल में कोरोना का संक्रमण फैलने से रोकेगी। हाईकोर्ट ने पिछले सप्ताह जेल में कोरोना संक्रमण बढ़ने को लेकर अखबारों में छपी खबर का खुद संज्ञान लेते हुए इस विषय को जनहित याचिका में परिवर्तित किया है। मंगलवार को यह याचिका मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता व न्यायमूर्ति गिरीष कुलकर्णी की खंडपीठ के सामने सुनवाई के लिए आयी। इस दौरान राज्य के महाधिवक्ता आशुतोष कुंभकोणी ने कहा कि जेल में पात्र कैदियों के लिए कोरोना टीकाकरण का काम शुरु है।उन्होंने कहा कि अब बिना कोरोना की जांच के किसी भी नए कैदी को जेल में नहीं रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि 14 नई अंशकालिक जेलें अधिग्रहित की गई थी। जबकि 22 अंशकालिक जेलों को शुरु करने की प्रक्रिया जारी है।
कैदियों को मिलेगी आपात जमानत
इसके अलावा पिछले साल कोरोना के चलते जिन कैदियों को उच्चाधिकार कमेटी के निर्देश के तहत आपात जमानत पर छोड़ा गया था। उन्हें अब तक नहीं बुलाया गया है। जेल में भीड़ कम करने के लिए दोबारा कैदियों को आपात जमानत पर छोड़ने की प्रक्रिया की शुरूआत की जाएगी। 18 अप्रैल 2021 तक राज्य की जेलों में 188 कोरोना संक्रमित कैदी पाए गए है।
कोर्ट ने पूछा कर्फ्यू में कम हुए अपराध?
इन दलीलों को सुनने के बाद खंडपीठ ने राज्य सरकार से जेल में कोरोना नियंत्रण को लेकर कई सवाल किए। इस दौरान खंडपीठ ने कहा कि सरकार जेल में भीड़ कम करने के लिए कैदियों को अंशकालिक पैरोल पर छोड़ रही है। ऐसे में हम जानना चाहते हैं कि क्या 45 के ऊपर के सभी कैदियों को कोरोना का टीका दिया जा सकता है? इस बीच खंडपीठ ने सरकार से जानना चाहा है कि 14 अप्रैल 2021 को जब से मुख्यमंत्री ने पाबंदिया लगाई है तब से क्या अपराध के दर में कमी आयी है? खंडपीठ ने फिलहाल मामले की सुनवाई 22 अप्रैल 2021 तक के लिए स्थगित कर दी है।
सालभर में 3 हजार कैदी हुए कोरोना संक्रमित
राज्य की जेलो में बंद कैदियों की कोराना जांच में सालभर के भीतर तीन हजार कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जबकि पांच की इस महामारी के चलते मौत भी हुई है। मुंबई में 4908 कैदियों की जांच में 261 कोरोना संक्रमित मिले थे जिसमें से 243 ठीक हो चुके हैं। इसी तरह नागपुर में 750 कैदियों की कोरोना जांच में 245 संक्रमित पाए गए थे। इनमें से 244 स्वस्थ्य हो चुके हैं। अमरावती जेल के 3188 कैदियों के कोरोना टेस्ट में 195 पॉजिटिव मिले थे। इसमें से 190 कैदी ठीक हो चुके हैं।
Created On :   20 April 2021 6:20 PM IST