HC ने जताई चिंता, कहा- समुद्र का कचरा उगलना एक गंभीर मामला     

High Court expressed waste out from sea is a serious matter
HC ने जताई चिंता, कहा- समुद्र का कचरा उगलना एक गंभीर मामला     
HC ने जताई चिंता, कहा- समुद्र का कचरा उगलना एक गंभीर मामला     

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पिछले दिनों हाइटाइड के दौरान समुद्र से बहकर आए सैकड़ों टन कचरे के मुद्दे पर बांबे हाईकोर्ट ने राज्य सरकार व मुंबई मनपा को कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है सरकार व मुंबई मनपा इसका समाधान निकाले। जस्टिस अभय ओक और जस्टिस रिजाय छागला की बेंच ने सिटिजन सर्कल फार वेलफेयर एजुकेशन नामक संस्था की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान यह बात कही। याचिका में मांग की गई है कि सरकार व मुंबई मनपा को निर्देश दिया जाए कि समुद्र में कचरा और इमारतों का मलबा डालने को लेकर दिशा-निर्देश तैयार करें।

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील शहजाद नकवी ने कहा कि पिछले दिनों हुई हाईटाईड के दौरान मरिन ड्राइव के समुद्र के किनारे नौ हजार टन कचरा बाहर आया था। इस पर बेंच ने कहा कि यह दर्शाता है कि समुद्र में कितना कचरा डाला जाता है, यह बेहद गंभीर मामला है। इसका समाधान निकाला जाना चाहिए। मामले को लेकर  महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट पर गौर करने के बाद बेंच ने कहा कि बड़े पैमाने पर मनपा बगैर ट्रीटमेंट कचरा समुद्र में डालती है।  

समुद्र में रोजना 2671 मिलिनयन लीटर प्रदूषित पानी छोड़ा जाता है। इसमें से 655 मिलियन लीटर सिवरेज अनट्रीटेड होता है। बेंच ने कहा कि यह समुद्र के प्रदूषित होने की बड़ी वजह है। बेंच ने प्रकरण को लेकर राज्य पर्यावरण विभाग व मुंबई मनपा के वरिष्ठ अधिकारी को हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया है। बेंच ने फिलहाल मामले की सुनवाई 10 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी है। 

Created On :   30 July 2018 1:44 PM GMT

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