कोरोना : नागपुर सेंट्रल जेल में बढ़ रही संक्रमितों की संख्या, स्टेशन पर बदली गई होम क्वारेंटाइन सील की स्याही

Home quarantine seal ink replaced at station
कोरोना : नागपुर सेंट्रल जेल में बढ़ रही संक्रमितों की संख्या, स्टेशन पर बदली गई होम क्वारेंटाइन सील की स्याही
कोरोना : नागपुर सेंट्रल जेल में बढ़ रही संक्रमितों की संख्या, स्टेशन पर बदली गई होम क्वारेंटाइन सील की स्याही

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना की संख्या बढ़कर अब 1707 हो चुकी है। शनिवार शाम 6 बजे तक 26 नमूने और पॉजिटिव आए। इससे पूर्व शुक्रवार को शहर में 70 मरीज पॉजिटिव पाए गए थे। पॉजिटिव आए नमूनों में 18 मेयो अस्पताल से, 4 मिलिट्री अस्पताल, 7 सेंट्रल जेल, रामटेक से 3, एम्स की लैब से 6, माफसू से 1 और निजी लैब में 3 पॉजिटिव आए। संक्रमित हुए मरीजों में झिंगाबाई टाकली, रेलवे क्वार्टर, खापरी, गांधीनगर और प्रेम नगर में एक-एक पॉजिटिव आए। शेष संक्रमित मरीजों को अलग-अलग क्वारेंटाइन केंद्रों में रखा गया था। सेंट्रल जेल में भी लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक जेल से 103 पाॅजिटिव मरीज मिल चुके हैं। 

अब दबाव में कर रहे संस्थागत क्वारेंटाइन

शहर के लोगों में अभी भी क्वारेंटाइन होने को लेकर असमंजस की स्थिति है। बार-बार बदलते नियम से भी लोग परेशान हैं। अधिकांश लोग अगर होम क्वारेंटाइन होना चाहते हैं, तो मनपा उन्हें जबदस्ती संस्थागत क्वारेंटाइन कर रही है। शुरू में मनपा अधिकारियों ने ऐसे लोगों को होम क्वारेंटाइन की इजाजत दी थी। लेकिन अब इनके घरों में क्वारेंटाइन की सभी सुविधाएं होने के बाद भी मनपा संस्थागत क्वारेंटाइन कर रही है, जबकि इसका लोग विरोध कर रहे हैं। इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जिसमें परिवार को जबदस्ती संस्थागत क्वारेंटाइन किया गया। इन परिवारों का कहना है कि उनके घरों में सुविधाएं हैं, जिससे वे क्वारेंटाइन हो सकते हैं, लेकिन मनपा ने पड़ोसियों की शिकायत पर जबरन क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया। अधिकारियों का कहना है कि उनकी तरफ से कोई आपत्ति नहीं है, किन्तु शिकायत आने के बाद कार्रवाई करनी पड़ती है।

अचानक घर से ले गए

55 वर्षीय जयवंत (बदला हुआ नाम) ने बताया कि 20 जून को वो पत्नी के साथ दोस्त के घर गया था। चार दिन बाद पता चला कि दोस्त कोरोना पॉजिटिव था। उसने अधिकारियों को मेरा नाम भी बताया। मनपा नेे फोन कर क्वारेंटाइन करने लिए कहा। जब उसने कहा कि घर में अलग कमरे हैं, हमें होम क्वारेंटाइन होने की अनुमति दी जाए। तब मनपा ने इजाजत दे दी। घर के  10 सदस्यों को होम क्वारेंटाइन किया गया। बाहर बोर्ड भी लगा दिया गया। चार दिन बाद मनपा से फोन आया कि लोगों ने शिकायत की है, इसलिए परिवार को इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन किया जाएगा। 

10 सदस्यों को ले जाया गया : जब अधिकारी से कहा कि हम निजी लैब में अपना कोरोना टेस्ट करवा रहे हैं। अगर हम पॉजिटिव हुए, तो हमें अस्पताल ले जाया और अगर टेस्ट निगेटिव आए, तो होम क्वारेंटाइन में ही रहने दें। 2 जुलाई को फिर से मनपा अधिकारी का  फोन आया कि आपको इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन करने के लिए आ रहे हैं। फिर मनपा की पूरी टीम आई, और परिवार के 10 सदस्यो को क्वारेंटाइन सेंटर ले जाया गया। जयवंत का कहना है कि क्वारेंटाइन सेंटर में कॉमन वॉशरूम होने से डर है कि कोरोना पॉजिटिव न हो जाएं। पानी की कैन में भी सभी लोग हाथ लगाते हैं। यहां संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है। इसलिए होम क्वारेंटाइन की अनुमति दी जाए।

राम जोशी, अतिरिक्त आयुक्त के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति को क्वारेंटाइन सेंटर में आने से दिक्कत हो रही है, तो वे प्रशासन द्वारा अधिगृहीत होटलों में क्वारेंटाइन हो सकते हैं। प्रशासन ने शहर के 5 होटलों में पेड क्वारेंटाइन की व्यवस्था की है। 

स्टेशन पर बदली गई ‘होम क्वारेंटाइन’ सील की स्याही

ट्रेन से यात्रा कर बुधवार को नागपुर पहुंचे यात्री के हाथ में सील से इन्फेक्शन हुआ था, जिसकी शिकायत के बाद शुक्रवार को स्टेशन पर लगाई जाने वाली सील की स्याही को बदल दिया गया। बता दें कि, बुधवार को रिचर्ड  नामक व्यक्ति सिकंदराबाद से नागपुर पहुंचे थे। स्टेशन पर निर्देशानुसार रिचर्ड की जानकारी ली गई और उनके हाथ में ‘होम क्वारेंटाइन’ की सील लगाई गई, जिससे गुरुवार को उनके हाथ में इन्फेक्शन हो गया था। जानकारी मिलने पर रेलवे ने मनपा को सूचित किया। सील और स्याही सहित अन्य संबंधित सामाग्री मनपा की ओर से दी जाती है। इंफेक्शन की शिकायत के बाद सील की स्याही बदल दी गई। 


 

Created On :   4 July 2020 5:15 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story