जिस कंपनी का ठेका 11 माह पहले खत्म हुआ, वह अब तक कैसे मध्यान्ह भोजन बना रही?

How did the company whose contract ended 11 months ago still make mid-day meal?
जिस कंपनी का ठेका 11 माह पहले खत्म हुआ, वह अब तक कैसे मध्यान्ह भोजन बना रही?
जिस कंपनी का ठेका 11 माह पहले खत्म हुआ, वह अब तक कैसे मध्यान्ह भोजन बना रही?

डिजिटल डेस्क जबलपुर । हाईकोर्ट ने राज्य सरकार व अन्य से पूछा है कि मध्यान्ह भोजन बनाने का जो ठेका बीते साल अक्टूबर माह में समाप्त हो चुका है, उसके आधार पर तीनों कंपनियाँ अब तक कैसे सप्लाई कर रही हैं? एक्टिंग चीफ जस्टिस आरएस झा और जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की युगलपीठ ने अनावेदकों को नोटिस जारी कर 48 घंटों में जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं। मामले पर अगली सुनवाई 27 सितंबर को होगी।
ठेका अक्टूबर 2018 में खत्म हो चुका 
यह याचिका बड़वानी जिले के खेतिया गांव में रहने वाली सपना जायसवाल की ओर से दायर की गई है। आवेदक का कहना है कि वो गुरु कृपा महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष भी है। आवेदक के अनुसार मध्य प्रदेश के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की आपूर्ति का ठेका कोटा दाल मिल राजस्थान, एमपी एग्रोटोनिक्स लिमिटेड रायसेन और सुरूचि फूड्स प्रा. लि. साउथ दिल्ली को मिला था। उक्त ठेका अक्टूबर 2018 में खत्म हो चुका है, इसके बाद भी बिना किसी नए टेण्डर को तीनों कंपनियाँ आपूर्ति जारी कर रही हैं। नए टेण्डर के बिना तीनों कंपनियों पर सरकार द्वारा बरती जा रही नरमी को चुनौती देकर यह याचिका दायर की गई। मामले पर बुधवार को हुई सुनवाई के बाद युगलपीठ ने अनावेदकों को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने के निर्देश दिए। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता अशोक जयासवाल, साहिल जायसवाल पैरवी कर रहे हैं।
 

Created On :   26 Sep 2019 8:25 AM GMT

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