बोले - अब देखो NCP के कब्जे वाली सहकारी संस्थाओं की खोलूंगा पोल 

I will expose cooperative institutions occupied by NCP - Darekar
बोले - अब देखो NCP के कब्जे वाली सहकारी संस्थाओं की खोलूंगा पोल 
जांच से विफरे दरेकर बोले - अब देखो NCP के कब्जे वाली सहकारी संस्थाओं की खोलूंगा पोल 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार के सहकारिता विभाग की तरफ से मुंबई जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक (मुंबई बैंक) के अनियमितता की जांच के आदेश पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर का गुस्सा फूट पड़ा है। गुरुवार को मुंबई बैंक के अध्यक्ष दरेकर ने कहा कि अब मैं राकांपा के कब्जे वाली सहकारी संस्थाओं के घोटाले को उजागर करूंगा। उन्होंने कहा कि पुणे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में सॉफ्टवेयर खरीदी में महा घोटाला हुआ है। मैं अब राकांपा के कब्जे वाले सभी जिला बैंक और सहकारी संस्थाओं में हुई अनियमितता की जांच की मांग राज्य सरकार, केंद्र सरकार, सीबीआई, ईडी और अदालत से करूंगा। इसके अलावा राज्य सहकारी बैंक की अधूरी जांच को दोबारा शुरू करने की मांग को लेकर प्रदेश सरकार को पत्र लिखूंगा। दरेकर ने कहा कि मैं विभिन्न मुद्दों पर सरकार की तीखी आलोचना करता हूं। इसलिए सरकार बदले की भावना के तहत मुझे जांच के घेरे में फंसाने की कोशिश कर रही है। इसी के तहत सरकार ने सहकारिता कानून की धारा 83 के तहत जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन मुंबई बैंक को अभी तक जांच की नोटिस नहीं मिली है। यदि जांच की नोटिस मिली तो मुंबई बैंक की ओर से सरकार को उचित जवाब दिया जाएगा। दरेकर ने कहा कि मुंबई बैंक में राकांपा के छह निदेशक हैं। जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार के करीबी सिद्धार्थ कांबले भी शामिल हैं। शिवसेना के विधायक सुनील राऊत भी निदेशक हैं। यदि सरकार मुंबई बैंक के खिलाफ कार्रवाई करेगी तो इसमें सभी लोग जिम्मेदार होंगे। दूसरी ओर दरेकर के आरोपों पर प्रदेश के सहकारिता मंत्री बालासाहब पाटील ने कहा कि दरेकर मुंबई बैंक की जांच के आदेश का राजनीतिक मतलब निकाल रहे हैं। लेकिन मुंबई बैंक के खिलाफ अनियमितता की शिकायतें मिली थी। इसके आधार पर सहकारिता विभाग ने मुंबई बैंक की प्राथमिक जांच पूरी की थी। जांच में कुछ बिन्दुओं को लेकर आपत्तियां सामने आई हैं। इसके मद्देनजर सहकारिता विभाग ने धारा 83 के तहत जांच के आदेश दिए हैं। गौरतलब है कि विधान परिषद में विपक्ष के नेता दरेकर मुंबई बैंक के अध्यक्ष हैं। 

किरीट सोमैया का आरोप- कोरोना मरीजों को एडमिट नहीं कर रहे हैं प्राइवेट  अस्पताल - coronavirus bjp leader kirit somaiya allegation private hospital  - AajTak

सोमैया ने की पुलिस के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत 

इससे पहले कोल्हापुर जाने की कोशिश में पुलिस द्वारा रोके गए भाजपा नेता किरीट सोमैया ने पुलिस के खिलाफ ही पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत की है। सोमैया का दावा है कि 20 सितंबर को पुलिस ने उन्हें गैरकानूनी तरीके से पहले मुलंड स्थित घर में और फिर छत्रपति शिवाजी महाराज रेलवे स्टेशन पर गैरकानूनी तरीके से पुलिस ने रोका। सोमैया ने बुधवार को पहले नवघर पुलिस स्टेशन और फिर एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन में जाकर लिखित शिकायत की और गैरकानूनी तरीके से रोकने वाले पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बता दें कि सोमैया बीते 20 सितंबर को रज्य के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ के कथित भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए कोल्हापुर जा रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें पहले घर से निकलते समय और फिर ट्रेन पकड़ने से पहले रोका। इसके बावजूद सोमैया ट्रेन में सवार हो गए थे, लेकिन बाद में उन्हें  सातारा जिले कराड रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया। कोल्हापुर में धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए उन्हें कोल्हापुर नहीं जाने दिया गया जिसके बाद सोमैया वापस लौट आए। 

फिर कोल्हापुर जाएंगे सोमैया

अब सोमैया ने एक बार फिर कोल्हापुर जाने का ऐलान किया है। कोल्हापुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सोमैया ने बताया है कि वे 27 सितंबर को मुंबई से रवाना होंगे और 28 सितंबर को कोल्हापुर पहुंचेंगे। सर सेनापति संताजी घोरपड़े शक्कर कारखाने, गडहिंगलज शक्कर कारखाने और हसन मुश्रीफ के परिवार से जुड़े आर्थिक घोटालों को लेकर यह दौरा किया जाएगा। सुबह नौ बडे अंबाबाई मंदिर के दर्शन के बाद वे अपना कार्यक्रम शुरू करेंगे। इससे पहले सोमैया ने मंगलवार को ईडी अधिकारियों से मिलकर मुश्रीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत की और कार्रवाई की मांग की।   
 


 

Created On :   23 Sept 2021 7:28 PM IST

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