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कार की छत पर जमीं बर्फ, तीन डिग्री तक पहुंचा पारा
डिजिटल डेस्क, कटनी। ठण्ड पूरी तरह से जोरों पर है। न्यूनतम पारा होने से दुबे कॉलोनी में घरों के बाहर खड़ी कार में ओस की बूंदे जम गई। तीन डिग्री सेल्सियस के तापमान को लेकर कृषि विभाग के अधिकारी भी फसलों में पाले की संभावना को देखते हुए दिनभर मैदान में रहकर जानकारी देते रहे। वहीं कड़कड़ाती ठण्ड में भी नगर निगम सार्वजनिक अलाव के लिए लकड़ी की व्यवस्था नहीं करा सका। अलाव की व्यवस्था न होने के कारण सड़क किनारे रहने वाले गरीब ठिठुर रहे हैं।
घंटाघर स्थान पर राख का ढेर
जिस स्थान पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। वहां पर रविवार देर शाम सिर्फ लकड़ी के राख का ढेर ही मिला। समीप में ही मंदिर के सामने ग्रामीण ठिठुरते हुए बैठे थे, और दूसरी तरफ अलाव की राख में आवारा श्वान लेटे हुए थे। यहां पर मौजूद रवि कुमार, चंद्रमा सेन और अन्य लोगों ने नगर निगम को कोसते हुए कहा कि अन्य मौसम की बात तो छोड़ दी जाए। नगर निगम ठण्ड के मौसम में भी संवेदनशीलता नहीं दिखा पा रही है।
कचहरी चौक पर एक लकड़ी का सहारा
कचहरी चौक में जलने वाले सार्वजनिक अलाव में एक ही जलते लकड़ी का सहारा आर्थिक रुप से कमजोर लोगों के लिए रहा। यहां पर रामू फूंक मारकर लकड़ी की लपट को तेज करने में लगा रहा। एक बड़ी लकड़ी के सहारे ही रामू कुछ देर तक बैठकर और अन्य लोगों का इंतजार करता रहा। सामने की तरफ बैठे गोल्डी और अन्य लोगों ने कहा कि वे आधे घण्टे से इस गरीब को लकड़ी में फूंक मारते हुए देख रहे हैं।
कृषि अफसर खेतों में पहुंचे
तीन दिन से न्यूनतम और अधिकतम पारे में गिरावट के चलते रबी फसलों में पाला लगने की संभावना तेज हो गई है। अवकाश होने के बाद भी कृषि विभाग के अफसर कार्यालयों और मैदान में डंटे रहे। उपसंचालक अपने अन्य अधिकारियों के साथ खेतों में पहुंचे। इसके साथ ही अन्य अधिकारियों को भी मैदान में जाने के निर्देश दिए। उपसंचालक आर.के. राठौर ने बताया कि फसलों पर बराबर नजर रखी जा रही है।
जम गई ओस की बूंदें
सीजन का सबसे सर्द दिन रविवार ही रहा। जब न्यूनतम पारा तीन डिग्री सेल्सियस में पहुंच गया। अधिकतम तापमान में भी दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, और यह बीस डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा। सुबह दुबे कॉलोनी में घरों के बाहर खड़ी कार की छत में ओस की बूंदे जम गई। करन सिंह ने बताया कि सुबह करीब साढ़े छह बजे जब वह कार के पास गया, तो देखा कि कार की छत में पतली-पतली बर्फ की चादर बिछी हुई है।
मुड़वारा स्टेशन-कचरा एकत्र कर जलाया
मुड़वारा स्टेशन में अलाव के लिए जब लकड़ी नहीं रही। तब आसपास के लोगों ने कचरे का ही सहारा ठण्ड भगाने के लिए लिया। यहां पर पुरुषों के साथ महिलाएं भी बैठी हुई थीं। अंधेरा होने तक जब लकड़ी नहीं आई। तब स्टेशन के समीप रहने वाले लोग कचरा एकत्र कर अलाव जलाते हुए ठण्ड को दूर भगाने की कोशिश किए।
Created On :   30 Dec 2018 9:32 PM IST