काम नहीं कर सकते तो नौकरी छोड़ दें अफसर, राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर के तीखे तेवर

If officers are not doing their duty the can resign from office
काम नहीं कर सकते तो नौकरी छोड़ दें अफसर, राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर के तीखे तेवर
काम नहीं कर सकते तो नौकरी छोड़ दें अफसर, राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर के तीखे तेवर

डिजिटल डेस्क, जबलपुर।  विभिन्न मसलों को लेकर जिले के राजस्व अधिकारियों की सोमवार को आयोजित बैठक में कलेक्टर छवि भारद्वाज के तीखे तेवर दिखाए। रेवेन्यु अफसरों और अधीनस्थ अमले की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने कहा कि यदि अफसर काम नहीं कर सकते तो नौकरी छोड़ दें। क्योंकि, अब किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई होगी।

जानकारी के अनुसार, बैठक में पट्टे जारी करने से लेकर सीमांकन और सीएम हेल्पलाइन के संबंध में की गई समीक्षा के दौरान सामने आए तथ्यों से खफा कलेक्टर की नाराजगी की जद में पटवारी से लेकर अनुविभागीय अधिकारी तक आए।  बैठक में श्रीमती भारद्वाज ने सीमांकन कार्य की समीक्षा करते हुए लंबित सीमांकन प्रकरणों की बड़ी संख्या पर ऐतराज जताते हुए संबंधित तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों से इस संबंध में विस्तृत ब्यौरा लिया। समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने पनागर, कोतवाली, पाटन -2, मझौली, जबलपुर तथा कैन्ट क्षेत्रों के राजस्व अधिकारियों द्वारा सीमांकन में बरते जा रहे लापरवाह रवैए पर अप्रसन्नता व्यक्त की।

दस से ज्यादा प्रकरण न हों पेंडिंग
कलेक्टर ने कहा कि जिन तहसीलदारों के क्षेत्र में दस से अधिक सीमांकन के प्रकरण लंबित हैं उनके विरूद्ध कमिश्नर को कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी। निचले स्तर पर राजस्व कर्मियों द्वारा सीमांकन कार्य में बरती जा रही लापरवाही से नाराज कलेक्टर ने साफ कहा कि जब तक सीमांकन लंबित रहता है तब तक राजस्व निरीक्षकों और पटवारियों के वेतन आहरण पर रोक लगाई जाएगी।

आंकड़ों में मिली भिन्नता
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की गत बैठक में पट्टों के संबंध में दिए गए निर्देशों के परिप्रेक्ष्य में की जाने वाली कार्यवाही की प्रगति की भी तहसीलवार समीक्षा की। उन्होंने जानना चाहा कि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को पट्टे दिए जाने के सिलसिले में जनपद पंचायतों के सीईओ द्वारा तहसीलदारों को भेजे गए प्रकरणों पर अब तक क्या कार्रवाई की गई है। सीईओ जनपद द्वारा भेजी गई जानकारी के आंकड़ों और तहसीलदारों द्वारा बताई गई जानकारी में भारी फर्क को लेकर कलेक्टर ने ऐतराज जताया।

3 एसडीएम और 3 तहसीलदारों पर कार्रवाई
बैठक के दौरान कलेक्टर भारद्वाज ने सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में कुछ राजस्व अधिकारियों द्वारा अगंभीर रवैया अख्तियार करने को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ राजस्व अधिकारियों द्वारा भी प्रकरणों के निराकरण में बरती जा रही उदासीनता को हल्के में नहीं लिया जा सकता। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि एसडीएम गोहलपुर व्हीके कर्ण, एसडीएम कुण्डम जेपी यादव तथा नजूल अधिकारी मुनीष सिकरवार के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव कमिश्नर को भेजा जाए।

इनके अलावा तहसीलदार पंकज मिश्रा, मुनव्वर खान तथा रश्मि चतुर्वेदी की दो-दो वेतन-वृद्धियां रोकी जाना प्रस्तावित करने के निर्देश भी दिए गए। कलेक्टर ने नायब तहसीलदार गोरखपुर के विरूद्ध भी कार्रवाई प्रस्तावित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आगाह किया कि 20 फीसदी से कम निराकरण के मामलों में संबंधित तहसीलदारों की वेतन-वृद्धि रोकी जाए।

 

Created On :   3 July 2018 1:16 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story