शरद पवार ने कहा - 24 घंटे में हमले नहीं रुके तो महाराष्ट्र के सांसदों के साथ मुझे जाना पड़ेगा कर्नाटक

If the attacks do not stop in 24 hours, I will have to go to Karnataka along with MPs from Maharashtra - Pawar
शरद पवार ने कहा - 24 घंटे में हमले नहीं रुके तो महाराष्ट्र के सांसदों के साथ मुझे जाना पड़ेगा कर्नाटक
चेतावनी शरद पवार ने कहा - 24 घंटे में हमले नहीं रुके तो महाराष्ट्र के सांसदों के साथ मुझे जाना पड़ेगा कर्नाटक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कर्नाटक के बेलगाम इलाके में कन्नड रक्षण वेदिके के कार्यकर्ताओं द्वारा महाराष्ट्र से गए ट्रक पर हमले के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है। पिछले कई दिनों से गर्माए महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद में मंगलवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार भी कूद पड़े। पवार ने अपने घर पर बुलाए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 24 घंटे के भीतर हमले नहीं रुके को 48 घंटे में मेरे साथ महाराष्ट्र के सभी सांसदों को बेलगाम के मराठी भाषियों को धीरज देने कर्नाटक जाना पड़ेगा। इस बीच महाराष्ट्र के रजिस्ट्रेशन नंबर वाले वाहनों पर हमले को लेकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को फोन कर इस तरह की घटनाओं को रोकने की मांग की। बेलगाम की घटना के विरोध में पुणे में भी कर्नाटक के वाहनों पर कालिख पोती गई।  

पवार ने कहा कि मेरी एक आंख का ऑपरेशन हुआ है। 10 दिनों बाद दूसरी आंख का आपरेशन होने वाला है। पर आज अपनी भूमिका साबित करने का समय आया है, इस लिए संवाददाता सम्मेलन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि महा परिनिर्वाण दिवस के दिन तोड़फोड़ की जा रही है। कर्नाटक सरकार लगातार कुछ न कुछ कर रही है। सीमा विवाद को लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है। इससे पता चलता है कि सीमावर्ती इलाके में स्थिति कितनी गंभीर है। 

मराठी भाषियों में डर का माहौल 

पवार ने कहा कि सीमावर्ती जिलों के कार्यकर्ता लगातार मेरे सम्पर्क में रहते हैं। आज मेरे पास जो जानकारी आई है वह काफी गंभीर है। वहां गाडियों की तलाशी, मराठी कार्यकर्ताओं की जांच पड़ताल शुरु है। मराठी भाषियों में दहशत पैदा करने की कोशिश हो रही है। श्री पवार ने कहा कि इस मामले में शिंदे सरकार को अपनी भूमिका साबित करनी चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। अगले 24 घंटों में महाराष्ट्र से जाने वाले वाहनों पर हमले नहीं रुके तो हमें अलग भूमिका अपनानी होगी। इसके लिए कर्नाटक सरकार और उसके मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे। 

पुणे में कर्नाटक के वाहनों पर कालिख पोता 

कर्नाटक के बेलगाम के समीप हिरबागेवाड़ी टोलनाके के पास कन्नड़ रक्षण वेदिका (कर्वे) संगठन ने महाराष्ट्र के वाहनों में तोड़फोड़ की, इस बीच कर्नाटक में वाहनों पर हुए हमले के विरोध का असर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। पुणे में शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक सरकार की बसों पर कालिख पोत दी गई। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कोल्हापुर में भी कर्नाटक सरकार के खिलाफ आंदोलन किया।  

फडणवीस ने कर्नाटक के सीएम से की बात 

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से फोन पर बेलगाम के पास हिरेबागवाडी में हुई पथराव की घटना को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। जिस पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। 

महाराष्ट्र में कमजोर सरकारः संजय राऊत

इस घटना को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र में अंत्यत दुर्बल, लाचार और कमजोर सरकार है। शिंदे-फडणवीस सरकार के पैर नहीं बल्कि खोके हैं। राऊत ने सवाल किया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कहां पर है? मुख्यमंत्री कहां पर भूमिगत है? महाराष्ट्र का स्वाभिमान और अस्मिता है कि नहीं? या फिर खोखे में बहकर चला गया है। राऊत ने कहा कि सीमा विवाद पर यदि महाराष्ट्र सुलग उठा तो शिंदे-फडणवीस सरकार को भारी पड़ेगा। राऊत ने कहा कि कर्नाटक में हुए पथराव का विरोध जताने के लिए पुणे में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन किया है। लेकिन राज्य की पुलिस शिवसेना के कार्यकर्ताओं पर ही लाठी बरसा रही है। यह निर्लज्जता की हद है। यदि राज्य की पुलिस के शरीर में मराठी खून है तो शिवसेना के कार्यकर्ताओं को आंदोलन करने से न रोका जाए, नहीं तो महंगा पड़ेगा। राऊत ने कहा कि सीमा-विवाद के समन्वय के लिए नियुक्त प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील और राज्य उत्पादन शुल्क मंत्री शंभुराज देसाई डरपोक हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की चेतावनी के बाद दोनों मंत्री बेलगाम के दौरे को रद्द कर दिया। दोनों मंत्रियों को हिम्मत करके बेलगाम में जाना चाहिए था। 

यह महाराष्ट्र के स्वाभिमान पर हमलाः अजित पवार 

जबकि विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि कर्नाटक में महाराष्ट्र के वाहनों पर पथराव का मतलब महाराष्ट्र के स्वाभिमान पर हमला है। प्रदेश की शिंदे-फडणवीस सरकार को जैसे का तैसा जवाब देने की हिम्मत दिखानी चाहिए। अजित ने कहा कि कर्नाटक सरकार के समर्थन के चलते ही महाराष्ट्र के वाहनों पर पत्थरबाजी और हमले हुए हैं। 

हमला करने वालों को कांग्रेस का समर्थनः भाजपा 

दूसरी ओर भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के वाहनों पर हमले करने वाले कन्नड रक्षण वेदिका को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस और जेडीएस का समर्थन है। जिससे कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को फायदा मिल सके। उपाध्ये ने कहा कि सीमा विवाद पर महाराष्ट्र कांग्रेस आक्रामक है। जबकि कर्नाटक कांग्रेस पीछे से आंदोलन को समर्थन दे रही है। उपाध्ये ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई में आयोजित 17 दिसंबर के मोर्चे के लिए कांग्रेस का समर्थन लिया है। लेकिन उद्धव को पता होना चाहिए कि कर्नाटक में कांग्रेस क्या कर रही है। 

बेलगाम दौरा रद्द नहीं बल्कि टाला गया है- मंत्री देसाई 

वहीं विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि हमने  बेलगाम का दौरा रद्द नहीं किया है। हमने अपने दौरे को टाल दिया है। हम डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर विवाद पैदा न हो। इस कारण हमने दौरे को टालने का फैसला किया है। देसाई ने दावा किया कि हम कर्नाटक में जाने को लेकर डर नहीं रहे हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर हम कभी कर्नाटक में जा सकते हैं। मगर हमें समन्वय के साथ इस मामले को सुलझाना चाहिए। 

अन्यथा मुझे कर्नाटक आना पड़ेगाः संभाजी राजे 

पूर्व सांसद छत्रपति संभाजी राजे ने कहा कि कर्नाटक में छत्रपति शिवाजी महाराज के चित्र वाहनों से तोड़फोड़ की घटना निंदनीय है। कर्नाटक के लोगों को महाराष्ट्र में जैसे का तैसा जवाब दिया जाएगा। संभाजी राजे ने कहा कि रेणुकादेवी यात्रा के उपलक्ष्य में कोल्हापुर के लाखों भक्त कर्नाटक के सौंदत्ती के मंदिर में हैं। उनकी सुरक्षा कर्नाटक सरकार करें अन्यथा मुझे कर्नाटक में आना पड़ेगा। 

 

Created On :   6 Dec 2022 9:07 PM IST

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