यही हाल रहा तो 5 साल में भी तैयार नहीं हो सकता फ्लाईओवर, 36 माह की समय-सीमा में 10 गुजरे

If the condition remains the same, flyover may not be ready even in 5 years, 10 elapsed time in 36 months
यही हाल रहा तो 5 साल में भी तैयार नहीं हो सकता फ्लाईओवर, 36 माह की समय-सीमा में 10 गुजरे
यही हाल रहा तो 5 साल में भी तैयार नहीं हो सकता फ्लाईओवर, 36 माह की समय-सीमा में 10 गुजरे

जिस प्वॉइंट से सड़क उतरनी है वहाँ भी बाधा और मुख्य रास्ते पर 300 चिन्हित अतिक्रमण भी  जस के तस
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
लंबी कवायद, चार टेण्डर प्रक्रिया के बाद दमोहनाका-मदन महल फ्लाईओवर का निर्माण 10 माह पहले आरंभ तो गया पर इसके निर्माण की गति बताती है कि तय समय सीमा में इसका बन पाना बेहद कठिन होगा। अभी निर्माण जहाँ चल रहा है, वहाँ पिलर तो दिखने लगे और काम होता भी दिख रहा है, पर पूरी ऊर्जा के साथ और जरूरी हिस्सों में पहले प्राथमिकता से काम हो ऐसा कतई नजर नहीं आ रहा है। इस उपयोगी संरचना का निर्माण टारगेट 36 माह  है इनमें से 10 माह गुजर गए यानी बचे 26 माह में इसको बनाकर देना है।                     
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी लाख दावे करें कि काम तय सीमा में होगा, पर अभी बड़े हिस्से में काम आरंभ नहीं हो सका है और किसी तरह का मूवमेंट भी नजर नहीं आ रहा है। वैसे यदि तय सीमा में निर्माण पूरा नहीं होता है, तो ठेका लेने वाली एजेंसी को प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना अदा करना होगा। इसी तरह यदि लोक निर्माण विभाग देरी करता है, तो उसको भी जुर्माना देना होगा। दावों से अलग मौके पर हालात यही नजर आते हैं, अगर इसी गति से प्रक्रिया चली तो आने वाले 5 सालों में इसका बनकर तैयार हो पाना कठिन है।  लोक निर्माण के ईई गोपाल गुप्ता कहते हैं कि जहाँ बाधाएँ हैं उनको जल्द दूर करने की कोशिश की जा रही है। निर्माण समय सीमा में पूरा होगा। 
मुख्य परेशानी है यहाँ पर
फ्लाईओवर निर्माण के रास्ते में 400 विद्युत पोल शिफ्ट होने हैं। सीवर लाइन, पेयजल पाइप को भी किनारे के हिस्से में शिफ्ट किया जाना है। इसी तरह जो चिन्हित अतिक्रमण हैं उनको अलग करने के लिए मुआवजा भी दिया जाना है। करीब 100 करोड़ के करीब यह मुआवजा राज्य शासन को देना है और इसको लेकर प्रक्रिया अब भी प्रोसेस में बताई जा रही है। जब तक मुआवजा नहीं मिलता, तब तक अतिक्रमण भी अलग नहीं हो सकते। इसी के साथ रानीताल गढ़ा मार्ग में पीएण्डटी की दीवार अलग होनी है। फ्लाईओवर से  जहाँ सड़क उतरनी है वहाँ पर भी कई तरह के  कब्जे अलग किए जाने हैं। कई तरह की परेशानियाँ सामने हैं जिनका समाधान हुए बिना इसका निर्माण जल्द होता नहीं दिख रहा है।
कुछ  इस अंदाज में निर्माण 
* निर्माण की लागत है -749 करोड़। 
* फ्लाईओवर का निर्माण एरिया -5.6 किमी।
* ऊपर के हिस्से में सड़क होगी -36 फीट। 
* नीचे के हिस्से में दोनों ओर सड़क 36-36 फीट। 
* कुल पिलर बनाए जाने हैं -182। 
* मदन महल स्टेशन के ऊपर 192 मीटर का केबल स्टे ब्रिज।
* चार प्वॉइंट्स से सड़क फ्लाईओवर से नीचे उतरनी है।
 

Created On :   1 March 2021 2:34 PM IST

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