अगर रास्ता नहीं बदलते तो बच जाती युवकों की जान -सिहोरा स्कॉर्पियो हादसा में हुई थी तीन लोगों की मौत 

If the path did not change, then the lives of the youths would have survived - three died in a Scorpio incident.
अगर रास्ता नहीं बदलते तो बच जाती युवकों की जान -सिहोरा स्कॉर्पियो हादसा में हुई थी तीन लोगों की मौत 
अगर रास्ता नहीं बदलते तो बच जाती युवकों की जान -सिहोरा स्कॉर्पियो हादसा में हुई थी तीन लोगों की मौत 

घटना से क्षेत्र में मातम, परिजनों की आँखों से नहीं रुक रहे आँसू 
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
 सिहोरा क्षेत्र में फ्लाईओवर से स्कॉर्पियों गिरने के बाद जीवित बचे युवक सोनू गुप्ता ने मौत को करीब से देखा और पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को दी। उसका कहना था कि मनसकरा के पास ढाबे में चाय पीने के बाद खुड़ावल मोड़ के पास बने अंडरब्रिज से होते हुए कस्बे में लौटना था, लेकिन चालक शेखर ने अचानक गाड़ी फ्लाईओवर की तरफ बढ़ा दी और कुछ ही देर में यह हादसा हो गया। उधर आधी रात को घटना की खबर लगने पर गाँव में मातम छा गया और परिजन सदमे में डूब गए। हादसे में मामूली रूप से घायल सोनू ने बताया कि वह पान की दुकान चलाता है। उसके दोस्त शेखर पिता रूप सिंह की पोती के चौक कार्यक्रम में उसे पान स्टॉल लगाने का ठेका मिला था। चौक कार्यक्रम से फुर्सत होने के बाद शेखर ने उससे व अन्य साथियों से चाय पीने के लिए कहा और उसके बाद सभी स्कॉर्पियों में सवार होकर चाय पीने के लिए गए थे। हादसे के बाद कार के परखच्चे उड़ चुके थे और सोनू किसी तरह कार से बाहर आया और उसने तत्काल डायल 100 व थाने में सूचना दी थी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुँची थी। 
मासूम के सिर से उठा पिता का साया 
हादसे में मरने वालों में शेखर ठाकुर व अखिलेश ठाकुर चचेरे भाई थे। दोनों की मौत के बाद परिवार में दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। हादसे की खबर लगने पर शेखर की पत्नी रोशनी बदहवास हो गई। वहीं उसकी चार वर्षीय बेटी प्राची और 3 साल की रागिनी अपने पिता की मौत से अनजान हैं। रूप सिंह के बड़े बेटे शेखर तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और उसके छोटे भाई ने एक साल पहले आत्महत्या कर ली थी। 
एक साथ पढ़ते थे सनी और अखिलेश 
वहीं हादसे में मरने वाले सनी पटेल व अखिलेश अच्छे दोस्त थे।  दोनों एक साथ बीकॉम की पढ़ाई कर रहे थे। सनी वार्ड नंबर 6 में अपनी नानी के पास रहता था। उसकी मौत की खबर पाकर पहुँचे पिता टेमर सिंह काफी व्यथित थे और अपने बेटे के शव को लेकर पैतृक गाँव लटुआ लखपुर रवाना हुए, वहाँ उसका अंतिम  संस्कार किया गया।

फोरलेन पर हुआ जोरदार धमाका 
हादसे में घायल हुए सोनू गुप्ता ने पूछताछ में बताया कि ढाबा से लौटते समय शेखर कार को तेज गति से चला रहा था और फ्लाईओवर में कार बहककर रैलिंग तोड़कर जैसे ही नीचे गिरी जोरदार धमाका हुआ। पुलिस के अनुसार जहाँ पर हादसा हुआ और कार साइड रोड पर गिरी वहाँ से पुल की ऊँचाई करीब 35 फीट थी जिससे कार बुरी तरह चकनाचूर हो गई। 
 

Created On :   9 Feb 2021 3:13 PM IST

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