- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- शिक्षक की मांग की तो स्कूल ही कर...
शिक्षक की मांग की तो स्कूल ही कर दिया अटैच - बोर्ड परीक्षा सिर पर, 10 किलोमीटर दूर कैसे जाएं अध्ययन करने
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले के अनेक स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। बोर्ड परीक्षा सिर पर हैं। इसके बाद भी प्रशासन द्वारा शिक्षकों की व्यवस्था करने की बजाय छात्र-छात्राओं की समस्या बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। ऐसा ही मामला जनपद पंचायत गोहपारू के ग्राम बहेरहा में सामने आया है। शिक्षक विहीन इस स्कूल के छात्रों व अभिभावकों ने जब शिक्षकों के पदस्थापना की मांग की तो शिक्षक भेजने की बजाय स्कूल को ही दूसरे स्कूल में मर्ज कर दिया गया। अब समस्या यह है कि बहेरहा हाई स्कूल को अंकुरी विद्यालय में मर्ज किया गया, जो बहेरहा से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। ऐसे में जंगली रास्ते से होकर छात्र-छात्राएं कैसे अंकुरी जाएंगे। इस समस्या हो लेकर मंगलवार को विद्यार्थी अपने अभिभावकों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचे और समस्या का निदान करने की गुहार लगाई है। छात्रों के अभिभावकों ने बताया कि बहेरता हाई स्कूल का उन्नयन वर्ष 2018 में हुआ था। तब से शिक्षक कमी है। कक्षा 9 में 36 तथा कक्षा 10वीं में 22 छात्र-छात्राएं दर्ज हैं। उन्नयन के बाद से अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही छात्रों की पढ़ाई हो रही थी। विद्यालय में गणित, अंग्रेजी, संस्कृत व विज्ञान के शिक्षक नहीं हैं। समस्या को लेकर जब अभिभावकों ने सहायक आयुक्त व शिक्षाधिकारी व सीएम हेल्पलाइन में गुहार लगाई तो सभी छात्रों को अंकुरी हायर सेकेण्डरी स्कूल में मर्ज कर दिया गया। जबकि अंकुरी 10 किलोमीटर दूर है। यहां पहुंचने के लिए जंगली रास्ता है। जहां जंगली जानवरों का भय बना रहता है। कुछ दिन पहले ही भालू ने ग्रामीण पर हमला किया था। सभी के पास आने-जाने के लिए साधन नहीं है। अभिभावकों ने बहेरता हाई स्कूल में शिक्षकों की पदस्थापना कर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ बंद करने की गुहार लगाई है।
इनका कहना है
समस्या को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया जा रहा है। प्रयास है कि विद्यालय में जल्द ही शिक्षकों की व्यवस्था की जाए।
एमएस अंसारी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास
Created On :   10 March 2021 5:25 PM IST