शहर में जहाँ देखो वहाँ सड़कों पर अवैध पार्किंग, बिगड़ रही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था, बाजारों में सबसे ज्यादा मुश्किल

Illegal parking on the roads, deteriorating city traffic system, most difficult in the markets
शहर में जहाँ देखो वहाँ सड़कों पर अवैध पार्किंग, बिगड़ रही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था, बाजारों में सबसे ज्यादा मुश्किल
शहर में जहाँ देखो वहाँ सड़कों पर अवैध पार्किंग, बिगड़ रही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था, बाजारों में सबसे ज्यादा मुश्किल

लगातार बढ़ रहे वाहन, लेकिन पार्किग स्थलों का पता नहीं, सड़कों पर स्टैंड लगाकर हो रही वसूली, फिर सख्ती की जरूरत 
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
शहर की सड़कें वाहनों की अवैध पार्किंग से कराह रही हैं। जहाँ देखो वहाँ सफेद पार्किंग लाइन के बाहर दोपहिया और कहीं भी आड़े-तिरछे खड़े चारपहिया वाहन मिल ही जाते हैं। जो ट्रैफिक व्यवस्था के लिए नासूर बन चुके हैं। दुकानदार खुद अपने यहाँ आने वाले ग्राहकों के वाहन सही तरीके से पार्क नहीं कराते हैं। सड़क की एक लेन पर हर समय अवैध वाहनों का कब्जा रहता है, जिससे जाम या स्लो ट्रैफिक जैसे हालात निर्मित होते हैं। शहर में दोपहिया वाहनों की संख्या 6 लाख के करीब है और 2 लाख से अधिक चारपहिया वाहन हैं। वाहनों का पंजीयन लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन सड़कें इतने अधिक वाहनों के लोड के हिसाब से चौड़ी नहीं हैं। दुकानों में बेसमेंट पार्किंग नदारद है, यदि कहीं है भी तो वहाँ सामान रखा होता है। इसलिए दुकानों में आने वाले ग्राहक अपने वाहन सड़क पर खड़े कर देते हैं और वे घंटों शॉपिंग में व्यस्त हो जाते हैं।
यहाँ के हालात सबसे खराब
मॉडल रोड, जयंती कॉम्प्लेक्स, तैयबअली से नौदरा, नौदरा से तीन पत्ती, मालवीय चौक से सुपर मार्केट, गोलबाजार आदि क्षेत्र तो अवैध पार्किंग की एक बानगी मात्र हैं। देखा जाए तो पूरा शहर वाहनों की अवैध पार्किंग से दहाड़े मार रहा है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।
मल्टीलेवल पार्किंग खाली
अवैध पार्किंग के लिए सालों से कुख्यात माने जाने वाले क्षेत्र सिविक सेंटर में करोड़ों की लागत से तैयार मल्टीलेवल पार्किंग सामान्यत: खाली रहती है। यहाँ पार्किंग के भीतर जो कारें खड़ी रहती हैं वो नजदीक में रहने वाले व्यापारियों की होती हैं। जो मासिक दर पर वाहनों की सुरक्षा हेतु अपने वाहन यहाँ पार्किंग पर खड़े करते हैं।

Created On :   11 Dec 2020 2:47 PM IST

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